बंजार के दुआला में गणेश उत्सव की धूम सारी दुनियाँ” से झूमे पंडाल में बैठे लोग
सुप्रसिद्ध भजन गायक डी डी नेगी, देविंदर कुमार और राकेश शर्मा के भजनों पर जमकर नाचे लोग
चौथी और अंतिम भजन संध्या में डीएसपी बंजार शेर सिंह नें की मुख्यातिथि के रुप में की शिरकत, युवाओं को नशे से दूर रहकर धार्मिक, सांस्कृतिक आयोजनों से जुड़े रहने के दिए निर्देश
तुफान मेल न्यूज,आनी
जिला कुल्लू के बंजार में गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्री गणेश उत्सव कमेटी दुआला द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गणेश उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमे चार भजन संध्या बड़ी धूमधाम से सम्पन्न हुई।

हर संध्या में बिभिन्न क्षेत्रों के भजन गायकों नें अपने अपने भजनों से गणेश जी का गुणगान कर दरवार में हाज़री भरी। बंजार के दुआला में चौथी और अंतिम भजन संध्या में उत्सव कमेटी द्वारा कुल्लू जिला के प्रसिद्ध भजन गायकों को आमंत्रित किया गया

इस मौक़े पर बंजार के डीएसपी शेर सिंह नें बतौर मुख्यतिथि और समाज सेवा संस्था के पदाधिकारी विजय नेगी नें बतौर विशेष अतिथि शिरकत की श्री गणेश उत्सव कमेटी नें सभी अतिथियों और कलाकारों को सम्मानित किया।
भजन गायक डीडी नेगी सहित लोक गायक एवं भजन गायक देविंदर कुमार बंजार क्षेत्र से संबंधित प्रसिद्ध लोक गायक राकेश शर्मा ने भजन संध्या में आये लोगों को झूमने पर विवश कर दिया।

मनीकरण घाटी से संबंधित गायक डी डी नेगी नें गणपति बंदना से कार्यक्रम आरम्भ किया। उन्होंने भजन “गौरा तेरे लाडले गणेश नु पूजेगी सारी दुनिया…”, “मेरे सावले सलोनें कन्हैया..”, “आर लगदा..”, “शोभला तेरा दरवार अम्बे…”,”चिमटे दी छनकार..” ,” आर लगदा ना पार..” ,”जमलू ऋषि…” ,”दे दो न मुरली..” ,”बाबा बालक नाथ..” सहित चामुंडा माता आदि दर्जनों भजन गाकर भक्तों को खूब नचाया ।वहीँ शनौर घाटी की मधुर आवाज़ दविंदर कुमार नें अनेकों हिंदी पहाड़ी भजनों से मन्त्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने अपनी एल्बम के भजन” शिव भोले..”,”गणपति महाराज..” ,”शोभला सा तेरा दरवार अम्बे..”से भजन संध्या में चार चाँद लगा दिए। इसके बाद बंजार क्षेत्र के प्रसिद्ध लोक गायक राकेश शर्मा नें” म्हारे पराशरा..”,”नच ले दे..” ,”तेरा दीदार भोले..”,आ जाओ माँ दिल घबराये..” ,”आज कालका भवानी आई मेरे अंगना..”आदि भजन गाकर संध्या को यादगार बना दिया ।
श्री गणेश उत्सव कमेटी के पदाधिकारी और सदस्यों नें उत्सव को सफल बनाने हेतु भरसक् प्रयास किये। जिसमें गुलशन कुमार, सरला,छाया, सीता ठाकुर,पोशी देवी, कनु शर्मा, यज्ञ चंद, शकुंतला देवी, कमला ठाकुर, पंडित देव प्रकाश, सुरेश शर्मा आँचल, प्रदीप गुप्ता बंदना शर्मा दिले राम ठाकुर आदि का विशेष योगदान रहा।