तुफान मेल न्यूज, बन्जार
बीते दिनों सरकार ने दी किलोमीटर के दायरे में निर्धारित विद्यार्थियों की संख्या से कम संख्या बाले स्कूलों को बंद करने की दिशा में दूसरी सूची जारी कर दी है। बंजार विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कलवारी के मनहोंन गाँव में अवस्थित प्राथमिक विद्यालय मनहोंन को भी सरकार द्वारा बंद करने का फ़ैसला लिया गया है। सरकार के इस फ़ैसले का गाँववसियों ने एक सुर में विरोध किया है व अपनी नाराज़गी जताई है। ग्रामीणों द्वारा बंजार विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र शौरी को इस बारा ज्ञापन दिया गया है। विधायक शौरी ने कहा है कि मनहोंन सुदूर पहाड़ी पर स्थित गाँव है जहाँ दूसरे स्कूल और मुख्य सड़क से पहुँचने के लिए एक व्यस्क को भी एक घंटे से अधिक का समय लगता है ऐसे में गाँव के छोटे बच्चों की सुविधा के विपरीत इस पाठशाला को बंद करना क़तई व्यवहारिक नहीं है। हैरानी की बात है कि इस पाठशाला को बंद करने के लिए विभाग व सरकार ने किस तरह से मापदंडों व व्यवहारिकता को दरकिनार किया है। इससे पहले बंजार क्षेत्र के अन्तर्गत लौल स्कूल को भी सरकार को ग़ैरज़िम्मेदाराना तरीक़े से बंद कर दिया था। विधायक शौरी ने कहा कि अभी हाल में ही प्राथमिक पाठशाला लौल को जारी रखने की बात सरकार के समक्ष उठाई गई थी और अब एक सप्ताह में ही सरकार ने एक जैसी परिस्थितियों में मनहोंन स्कूल को बंद करने का फ़ैसला लिया है। दोनों पाठशालाओं को पुन: खोलने के लिए प्रदेश सरकार से हर स्तर पर माँग रखी जाएगी।