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एक पत्रकार पर भी पैसे उगाही का आरोप
तुफान मेल न्यूज,कुल्लू।
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मंडी जिला के थाची स्कूल में बच्चे के साथ टीचर की मारपीट मामले में छात्र के पिता ने कहा है कि अब तक वह 6 बार राष्ट्रपति को शिकायत पत्र भेज चुका हूं और उसके सिर्फ मिझे रिसिविंग ही मिल रही है लेकिन अभी तक विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। पिता इंद्र शर्मा ने कहा कि अब एक बार फिर राष्ट्रपति को लिखित शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिस कारण मेरा बेटा पढ़ाई से बंचित रह रहा है और मेरे बेटे का भविष्य खतरे में हैं। उन्होंने एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के पत्रकार पर भी आरोप लगाया है कि उक्त पत्रकार ने खबर लिखने की एवज में पैसे की डिमांड की। जब मैं उसे पैसे नहीं दे पाया तो मेरे बच्चे के खिलाफ डिप्टी डायरेक्टर के साथ मिलकर खबरें प्रकाशित की। जिसकी शिकायत एसपी कुल्लू को दी गई है। जबकि मेरा बेटा दो महीने से स्कूल नहीं जा रहा है और स्कूल में उसका नाम काट दिया है।
इंद्र शर्मा ने बताया कि स्कूल अध्यापक के ख़ौफ के कारण बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है।उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने में सबसे पहले मेरे बेटे को स्कूल के अध्यापक द्वारा पिता गया मेरे बेटे पर यह झूठा आरोप लगाया उसने दुकान से डेढ़ लाख रुपया चुराया है। लेकिन जब इसको लेकर दुकानदार से बात की गई तो दुकानदार ने किसी तरह की चोरी होने से साफ मना कर दिया। ऐसे में अध्यापक द्वारा लगाए गए आप झूठे पाए गए हैं और अध्यापक द्वारा मेरे बेटे के साथ मारपीट करने की शिकायत राष्ट्रपति को की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 14 जून को विभाग की एक टीम मामले की तहकीकात करने के लिए हालांकि स्कूल पहुंची लेकिन इस टीम ने भी जांच के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई है। ऐसे में अब मेरा बेटा अध्यापक के डर के मारे स्कूल नहीं जा रहा है और ऊपर से स्कूल प्रबंधन ने उसका नाम रजिस्टर से काट दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांगी है कि इस संदर्भ में अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश जारी किया जाए ताकि मेरे बेटे को न्याय मिल सके।उन्होंने शक जाहिर करते हुए कहा कि राष्ट्रपति कार्यालय से हुए जांच के आदेश हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने रोक कर रखे हैं जिसके चलते इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हो पा रही है। लिहाजा शिक्षा विभाग का यह रवैया मेरे बच्चे के साथ-साथ दो अन्य बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।