Deprecated: Creation of dynamic property Sassy_Social_Share_Public::$logo_color is deprecated in /home2/tufanj3b/public_html/wp-content/plugins/sassy-social-share/public/class-sassy-social-share-public.php on line 477
SVEEP) के तहत बुद्ध जयंती के उपलक्ष में मतदाता जागरूकता शिविर का आयोजन
तुफान मेल न्यूज, काजा।
बुद्ध जयंती के अवसर पर कीह गोम्पा में बुद्ध जयंती बड़ी हषो उल्लास के के साथ मनाई गई और कार्यक्रम में स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता शिविर का आयोजन भी किया गया।
आयोजन में सुरेश नंदनवार (expenditure observer) व्यय पर्यवेक्षक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे तथा अतिरिक्त उपायुक्त काजा राहुल जैन , तहसीलदार काजा भूमिका जैन व अन्य विभागो के विभागाअध्यक्ष इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।
इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण छम नृत्य रहा । जो मठ लमाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष पर अपने संबोधन में बुद्ध के द्वारा दी गई शिक्षा के महत्व के तथा मतदान के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कीह गोंपा विद्यालय के छात्रों ने मतदान के महत्व के विषय में नाटक प्रस्तुत किया गया।
व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (SVEEP) के तहत बुद्ध जयंती के उपलक्ष में मतदाता जागरूकता शिवर का आयोजन की पहल के तहत विभिन्न गतिविधियों भी शामिल की गई। SVEEP के तहत इस पहल का उद्देश्य मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देना और चुनावी भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
बुद्ध जयंती गौतम बुद्ध के जन्म और उनके द्वारा दी गई शिक्षा व ज्ञान का जश्न मनाने वाला एक प्रमुख बौद्ध त्योहार है। यह मठों में बड़ी संख्या में भक्तों और आगंतुकों को आकर्षित करता है, जो विविध दर्शकों तक पहुँचने का एक उपयुक्त अवसर प्रदान करता है।
बुद्ध जयंती के दौरान कीह मठ में भक्तों का जमावड़ा SVEEP गतिविधियों के लिए उच्च दृश्यता सुनिश्चित करता है, जिससे आउटरीच और प्रभाव अधिकतम होगा।बौद्ध समुदायों के लिए मठ केंद्रीय हैं, जो उन्हें समुदाय-केंद्रित जागरूकता कार्यक्रमों के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं। स्वीप के तहत इस कार्यक्रम में धार्मिक गुरु और भिक्षुओं को शामिल किया गया जिससे SVEEP संदेश की विश्वसनीयता और स्वीकृति बढ़ जाती है।
बौद्ध धर्म नैतिक जिम्मेदारियों पर जोर देता है। बुद्ध जयंती के दौरान SVEEP गतिविधियाँ इन शिक्षाओं के अनुरूप हैं, मतदान को नागरिक कर्तव्य के रूप में बढ़ावा देती हैं और जिम्मेदार नागरिकता को प्रोत्साहित करती हैं।
कार्यक्रम का समापन मुख्य अतिथि द्वारा मतदाता शपथ के साथ किया गया जिसमें कार्यक्रम में उपस्थित धार्मिक गुरु , भिक्षुओं व दर्शकों ने 1 जून 2024 को अपने मत का प्रयोग करने के लिए शपथ ली।