तूफान मेल न्यूज,शिमला। हिमाचल की सियासत में उठा उफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। कल तक जहां सुक्खू सरकार ने अपनी सरकार को सुरक्षित बचाने का प्रयास किया वहीं लोटस ऑपरेशन की पूरी तैयारी हो चुकी है। विक्रमादित्य के गायब होने से स्पष्ट हो रहा है कि लोटस ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है लेकिन इसी बीच CM सुक्खू का बयान आता है कि लोटस ऑपरेशन नहीं चलेगा। एक तरफ CM सुक्खू जहां सरकार बचाने को आश्वस्त दिख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ लोटस ऑपरेशन का तानाबाना बुना जा चुका है। अब देखना यह है कि कल तक क्या होगा,इस पर सबकी निगाहें भी टिक गई है।
इसी उठा पठक के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके सारे मंत्री कैबिनेट मीटिंग बीच में छोड़कर आनन-फानन में विधानसभा पहुंच गए। सूत्रों की मानें तो यहां कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने से जुड़े स्पीकर के फैसले और उसके कानूनी पहलुओं पर चर्चा की गई।
मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने फिर से दावा किया कि सरकार बिल्कुल स्थिर है और पूरे पांच साल चलेगी। चिंता की कोई बात नहीं है। BJP का ऑपरेशन लोटस नहीं चलेगी। बीजेपी को इसके लिए पहले बहुमत साबित करना चाहिए। अचानक कैबिनेट मीटिंग स्थगित करने के सवाल पर CM ने कहा कि स्पीकर ने चाय पीने बुलाया था। इसलिए कैबिनेट स्थगित करके स्पीकर से मिलने पहुंचे हैं।
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