तूफान मेल न्यूज,कुल्लू।
बीते मंगलवार को भारत स्काउट्स एवम् गाइड्स संस्था का 74वां स्थापना दिवस स्नो लैंड स्काउट्स एवम् गाइड्स ओपन ग्रुप कुल्लू द्वारा शालंग और सुल्तानपुर स्कूल के बच्चों के साथ मनाया गया।
स्नो लैंड ग्रुप की दो टीमें मंगलवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शालंग व राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर गई। वहां जाकर उनके द्वारा वहां के स्काउट्स एवम् गाइड्स को स्काउटिंग के इतिहास, बुनियादी बातों, शिविर इतियादी के बारे में बताया। साथ ही साथ उन्होंने बच्चों को स्काउटिंग क्यों रखनी चाहिए, किस तरह स्काउटिंग द्वारा एक बच्चे का पूर्ण रूप से विकास होता है और वो कैसे एक अच्छा नेतृत्व करने वाला बनता है, इसके बारे में बताया। स्काउटिंग विधि हमें अपने जीवन को स्वाधीन होकर जीना सिखाती है। ऐसे कई स्काउटिंग से संबंधित चीज़ें बच्चों को बताई गई।
शालंग गई हुई टीम का नेतृत्व सीनियर रोवर तेज सिंह और सुल्तानपुर में टीम का नेतृत्व सहायक रेंजर लीडर राधा ने किया। दोनों ही स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने स्नोलेंड स्काउट्स एवम् गाइड्स के स्काउटिंग के प्रति प्रयासों की सराहना की है और आगे भी ग्रुप के सदस्यों को उनके स्कूलों में आने का आमंत्रण दिया है।
बता दें की स्काउटिंग की शुरुआत आज से लगभग 116 वर्षों पहले लंदन, इंग्लैंड में हुई थी। भारत में स्काउटिंग 1909 में आई थी। आज़ादी के बाद भारत स्काउट्स एवम् गाइड्स की स्थापना 7 नवंबर, 1950 में हुई जिसका 74वा स्थापना दिवस पूरे भारत के स्काउट्स द्वारा मंगलवार को मनाया गया।
इस दौरान स्नो लैंड से नेहा शर्मा (सचिव टीम काउंसिल), शेरोन शर्मा (रेंजर मेट), योजना (रेंजर मेट), भूमिका (सहायक रेंजर मेट), रोवर्स में मेहुल, विजय और रेंजर्स में शगुन, प्रिया, अनन्या, चांद और सुरभि मौजूद रहे।
स्नो लैंड स्काउट्स द्वारा स्कूलों में बच्चों को बताया गया स्काउटिंग का महत्व
