आपदा प्रभावितों को हुआ सुख का अहसास, चिंता में डूबे बाढ़ प्रभावित ने ली राहत की सांस
राहत राशि मिलने से करेंगे अव नए सिरे से जीवन की शुरुआत
तूफान मेल न्यूज, कुल्लू। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राजीव किमटा ने कहा है कि कांग्रेस जो कहती है वह करती भी है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित लोगों को 4500 करोड़ का राहत पैकेज शुरू करके यह साबित कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है कि उन्होंने कुल्लू से राहत पैकेज देने की शुरुआत की।मुख्यमंत्री की इस पहल से चिंता में डूवे बाढ़ प्रभावितों ने राहत की सांस ली है। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जिला कुल्लू से आपदा प्रभावितों को राहत राशि प्रदान करने का शुभारंभ किया है। आज मंडी में और इसके बाद सोलन,शिमला,ऊना सहित अन्य जिलों में यह राहत बांटी जाएगी। सुक्खू की पहल से प्रदेश के आपदा प्रभावितों को सुख का अहसास हुआ है। जो बीते तीन माह से नए जीवन की शुरुआत करने की राह देख रहे थे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के इस ऐतिहासिक फैसले से प्रदेश भर के आपदा प्रभावित खुश है। प्रभावित परिवारों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित परिवारों का दर्द समझा है और पूर्ण रूप से मकान क्षतिग्रस्त होने पर जहां पूर्व में 1.30 लाख रुपये मकान के पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजा के रूप में मिलते थे लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐतिहासिक निर्णय आपदा प्रभावित परिवारों के हित में लिया और मुआवजा राशि को साढे़ पांच गुणा वढ़ाकर सात लाख रुपये किया है। जिसकी शुरुआत शनिवार को मुख्यमंत्री ने देवभूमि कुल्लू से की है।
प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए प्रदेश भर के पीड़ित परिवारों के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपना खजाना खोला है जिसका विधिवत शुभारंभ देवभूमि कुल्लू से किया हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह साबित कर दिया है कि सुख की सरकार में व्यवस्था परिवर्तन कर के रहेगें ताकि प्रदेश के हर वर्ग को व्यवस्था परिवर्तन का लाभ मिल सके। प्रदेश में 15 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शपथ समारोह में ही ऐलान किया था कि वे प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन करेंगे जिसका असर अब प्रदेश में दिखने लगा है । बाढ़ प्रभावित परिवारों को जहां पहले कच्चे मकान के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले मुआवजे को सुक्खू सरकार ने 25 गुणा वढ़ाकर 4000 रुपये से एक लाख रुपये तथा पक्के घर के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले मुआवजे को साढ़े 15 गुणा वढ़ाकर एक लाख रुपये किया है। वही दुकान तथा ढाबे के क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले मुआवजे को 25000 हजार रुपये से चार गुणा वढ़ाकर एक लाख रुपये किया है तथा सुख की सरकार ने गऊशाला को हुए नुकसान की भरपाई के लिए दिए जाने वाली राशि को 3000 रूपये से वढ़ाकर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशी प्रदान करने की घोषणा की है। वही प्रदेश सरकार ने किराएदारों के समान के नुकसान के लिए दी जाने वाली 2500 रुपए की राशि को 20 गुणा बढ़ाकर 50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का ऐलान किया है। एक गाय के मरने पर गाय मालिक को 55000 हजार व बकरी के मरने पर साढ़े छह हजार मुआवजा मिलेगा। उन्होंने कहा कि सुक्खू की पहल से आपदा प्रभावितों को सुख का अहसास हुआ है और तीन माह से चिंता में डूबे बाढ़ प्रभावितों ने राहत की सांस ली है।