तूफान मेल न्यूज, शिमला। हिमाचल प्रदेश में बीते दिन से भारी बारिश हो रहीं है। इससे जानमाल का भारी नुकसान हो रहा है। एक दिन में ही प्रदेश को 192 करोड़ का नुकसान हुआ है। यही नहीं बीते चौबीस घंटों में 11 लोगों की मौत भी हुई है। छह लोग लापता भी हैं। प्रदेश में भारी बारिश से भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है, जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मौसम ने फिर से अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बारिश से प्रदेश में सड़कों, पुलों, पानी की परियोजनाओं को भारी क्षति पहुंच रही है। राजधानी शिमला में ढारे (झोपड़ी) पर मलबा गिरने से अंदर मौजूद प्रवासी पति-पत्नी की मौत हुई है। भारी बारिश से जिला मंडी के सराज क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। यहां पर बाढ़ के मलबे में दबने से अलग-अलग स्थानों पर नाना-दोहती, ताई भतीजी समेत छह लोगों की मौत हो गई।
पंचायत जैंशला में पूर्णा देवी पत्नी गुलाब सिंह और ममता देवी पुत्री खेम सिंह निवासी हलेन की भूस्खलन की चपेट में आकर दबने से जान चली गई। दोनों रिश्ते में ताई और भतीजी थीं। दोनों गोशाला में मवेशियों को चारा डालने गई थीं। पंचायत कलहनी के डगैल में परमानंद (65) पुत्र नरसू राम और गोपी (15) पुत्री मीनू राम की मकान गिरने से दबकर मौत हो गई। दोनों आपस में नाना और दोहती थे। कुकलाह में बड़ा बुनाड गांव के नोक सिंह (22) की गोशाला ढहने के कारण दबकर मौत हो गई।
मंडी के ही कोटला कमांद के अरनेहड़ संगलेहड़ गांव में महिला लच्छमी देवी (52) पत्नी तुल्लू राम के नाले में बहने से मौत हो गई। महिला नाले के पानी के रुख को घर की ओर जाने से मोड़ रही थी, तभी पांव फिसलने से नाले के तेज पानी के बहाव में बहने से उसकी मौत हो गई।
प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। शुक्रवार से बारिश में कुछ राहत मिलने के आसार हैं। बुधवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में दिन भर बारिश का दौर जारी रहा। वहीं, भारी बारिश के बीच बुधवार दोपहर को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू अपने सरकारी निवास ओकओवर से ही अपडेट लेते रहे। सभी उपायुक्ताें से पल-पल की खबरें लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।