तूफान मेल न्यूज, शिमला। मैं सलाउद्दीन बाबर खान, पेश हैं आज के मुख्य समाचार। यह आवाज आकाशवाणी में सभी ने सुनी है लेकिन दुःख की बात यह हैं कि अब यह आबाज हमेशा के लिए बंद हो गई हैं। शिमला की तबाही ने बाबर खान की आबाज को भी खामोश कर दिया। शिमला के फागली में 2 बार लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 5 लोगों को बचाया गया, लेकिन मरने वाले 5 लोगों में वह शख्स भी शामिल था, जिसकी आवाज शिमला वासी आकाशवाणी रेडियो पर सुना करते थे।
‘मैं सलाउद्दीन बाबर खान, पेश हैं आज के मुख्य समाचार’। जी हां, यह आवाज अब हमेशा के लिए शांत हो गई है। सलाउद्दीन बाबर खान अपने भाई को बचाने आया था, लेकिन अपन जान गंवा बैठा।
शिमला के फागली में सोमवार को लैंडस्लाइड हुआ, जिसके मलबे में बाबर खान का भाई दब गया था। बाबर अपने भाई को बचाने गया। इस दौरान चीख पुकार मची थी तो अपने भाई की तलाश करते-करते वह दूसरे लोगों की मदद करने में भी जुट गया। लेकिन इसी बीच दूसरी बार लैंडस्लाइड हो गया, जिसके मलबे में खुद बाबर खान दब गया। मौके पर रेस्क्यू कर रहे NDRF के जवानों ने कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन बाबर खान इसमें शामिल नहीं था।
दोपहर बाद बाबर खान का शव बरामद हुआ, जिसकी शिनाख्त इलाके के पूर्व पार्षद संजय सूद ने की। वहीं दूसरों की मदद करने और अपने भाई को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर मलबे में उतरे बाबर की मौत ने हर किसी को हिलाकर रख दिया। इसके साथ ही शिमला की वह आवाज ‘मैं सलाउद्दीन बाबर खान, पेश हैं आज के मुख्य समाचार’ हमेशा के लिए शांत हो गई, जो अकसर आकाशवाणी के समाचार बुलेटिन में भी सुनाई दिया करती थी।