हिमाचल में मूसलाधार बारिश से अभी तक 11 की मौत,चारों तरफ तबाही,देखें विस्तृत समाचार,,,,


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तूफान मेल न्यूज डेस्क। भारी बारिश ने उत्तर और पश्चिम भारत में तबाही मचा दी है। हिमाचल प्रदेश समेत पहाड़ी राज्यों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 34 लोगों की मौत हो गई है।
सबसे ज्यादा 11 मौतें हिमाचल में हुईं। हिमाचल के मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। हिमाचल प्रदेश में तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश का कहर जारी है। बारिश से ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है।
ब्यास किनारे कई घर व होटल बह गए हैं। वहीं पार्वती व तीर्थन नदी व अन्य नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी किनारे बसें गांवों व घरों में पानी घुस गया है। कुल्लू जिले में दो दिनों से ब्लैकआउट है। सड़कें व पेयजल आपूर्ति बंद होने से लोग और सैलानी परेशान हैं। मनाली के किसान भवन में फंसे सभी 29 लोगों को सोमवार सुबह रेस्क्यू कर सुरिक्षत निकाल लिया गया है। इसमें कई सैलानी भी मौजूद हैं।

तेलिंग नाला में तीन दिनों से भूखे प्यासे 50 लोग
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बारिश ने तबाही मचा दी है। मनाली-लेह मार्ग के बीच आने वाले तेलिंग व पागलनाला में बाढ़ आने से सड़क मार्ग बंद है। यहां एचआरटीसी की चार बसों के साथ कुछ छोटे वाहन भी फंसे हैं। बसों में सवार करीब 50 लोग तीन दिनों से भूखे प्यासे हैं। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने कोई भी मदद नहीं की है।

पांवटा में फंसे तीन परिवार के 32 लोग
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब के भगानी मेहरूवाला स्थित टापू में तीन परिवार के 32 लोग फंस गए। सूचना मिलते ही एसडीएम रेस्क्यू टीम के साथ पहुंचे। टीम ने सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। रेस्क्यू किए लोगों में महिलाएं, छोटे बच्चे भी शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार, पांवटा साहिब के भगानी मेहरूवाला में टापू में तीन परिवार के 32 लोग फंस गए। देर रात करीब 2:30 बजे सूचना मिलने पर एसडीएम पांवटा जीएस चीमा रेस्क्यू टीम सहित मौके पर पहुंचे।

टीम ने मेहरूवाला के पास से गुज्जर परिवार, मवेशी और सामान सुबह 6.35 बजे तक निकाल लिया। इस दौरान थाना प्रभारी पुरुवाला जीत सिंह, नायब तहसीलदार पांवटा फरीद मोहहमद, पटवारी भगानी विष्णु भारद्वाज मौजूद रहे। रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय गोताखोर, अग्निशमन विभाग, पुलिस व स्थानीय क्षेत्र के लोग शामिल रहे। रेस्क्यू किए लोगों में महिलाएं और छोटे बच्चे भी शामिल थे

सभी ट्रेंनें रद्द
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बारिश से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। सीएम सुक्खू रात भर मंडी, कुल्लू, सोलन जिलों में हो रही तबाही की जानकारी लेते रहे। फंसे हुए लोगों को सकुशल निकालने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। किन्नौर जिले की भावा खड्ड में रविवार रात बाढ़ आने से तीन मकान बह गए हैं।

जबकि दो मकानों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। एक टिप्पर, एक पिकअप और एक कार बाढ़ मे बह गई है। कई सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं भावा खड्ड पर बने पैदल पुल भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गए हैं। जबकि कई मकान खतरे की जद में हैं।

ऊना आने वाली सभी ट्रेंनें आज भी रद्द रहेंगी। बारिश की वजह से रेल सेवा पर सबसे बुरा असर पड़ा है। वंदे भारत, जनशताब्दी, हिमाचल एक्सप्रेस सहित पेसेंजर ट्रेने भी नहीं चलेंगी। ऊना, अंब, अंदौरा व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन भी खाली पड़ हैं। ऊना में कुल नौ ट्रेने अवगमन करतीं है।

ब्यास पार्वती ने अब भुंतर में मचाई तबाही,कई होटल,दुकानें बही
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में तबाही का तांडव जारी है। भारी बारिश के बीच ब्यास-पार्वती के संगम स्थल भुंतर में तबाही मची है। यहां मणिकर्ण रोड़ पर पारला भुंतर में कई होटल व दुकानें बह गई है। बताया जा रहा है कि यहां होटल रॉयल मेंशन सहित बहुत सारे भवन ब्यास में समा गए हैं। पार्वती ब्यास पूरे रौद्र रूप में है और तबाही जारी है। ब्यास नदी ने यहां अरबों का नुकसान हुआ है। उधर सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि यह त्रासदी 1995 से भी भयंकर है और सरकार व प्रशासन अलर्ट है।

मौत से जंग जीत गए 6 लोग, सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने खींची सांस की डोर

जिला मंडी के नगवाईं में ब्यास नदी के बीच फंसे 6 लोगों को सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर यमराज के मुंह से बापस निकालने में सफल रहे हैं। सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर व डीसी मंडी जान जोखिम में डालकर एनडीआरएफ व होमगार्ड की टीम के साथ नगवाईं पहुंचे और यहां फंसे सभी लोगों सांस की डोर खींचने में सफल हुए। इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरे प्रदेश में सराहना हो रही है और 11 बजे शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन का समापन्न रात डेढ़ बजे हुआ और सभी लोगों की जान बचाई गई। गौर रहे कि यहां फंसे लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। रेस्क्यू नहीं हो पाया था और यह छह लोग वहीं पर थे या नहीं इसका भी कोई पता नहीं था। लेकिन लंबे जदोजहद के बाद बड़ी सफलता हासिल हुई है।

कुल्लू-मनाली में मची बड़ी तबाही,वाहंग में कई घर होटल बहे,क्लाथ में भी घुसी ब्यास,हालत खराब

कुल्लू-मनली में भारी तबाही मच गई है। दिन को जो हुआ सबने देखा,लेकिन जो शाम को हुआ वोह दिन से भी भयावह था। ब्यास नदी ने सबकुछ तबाह कर दिया है। मनाली के वाहंग में कई होटल,कई मकान बह गए हैं। आलू ग्राउंड में भारी तबाही मची है और लोग भी फंस गए हैं। वहीं मनाली के क्लाथ में ब्यास गांव के अंदर से बहने लगी है। इससे कितना नुकसान है इस समय कोई अंदाजा नहीं लगा सकते हैं। उधर जिला प्रशासन सतर्क हैं और हर जगह रेस्क्यू जारी है। लेकिन हालत इतनी खराब हो चुकी है कि सड़कें बंद है। नदी उफान पर है। ब्यास ने सबकुछ तबाह कर दिया है। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि आलू ग्राउंड में फंसे सभी लोगों सुवह हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जाएगा। इसके अलावा जहां भी लोग फंसे होंगे सभी हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किए जाएंगे।
अभी तक के समाचार के अनुसार रविवार शाम मनाली के वाहंग,आलू ग्राउंड व क्लाथ में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

पर्यटन नगरी का शेष दुनिया से कटा संपर्क,हजारों पर्यटक फंसे,सभी सुरक्षित
तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। भारी बारिश के कारण जहां हिमाचल में तबाही मची है वहीं कुल्लू-मनाली में भारी नुकसान हुआ है। पूरी देवभूमि जल मगन हो गई है।
पर्यटन नगरी मनाली का देश दुनिया से संपर्क कट गया है। वहीं हजारों पर्यटक फंस गए हैं लेकिन सभी सुरक्षित है। लगातार 3 दिनों से जारी भारी बारिश के चलते जिला कुल्लू में नदी नालों सहित व्यास नदी के उफान के बाद जिला भर में भारी नुकसान देखने को मिला है। लगातार 48 घंटे से हो रही बारिश के चलते जिला भर में भारी नुकसान यहां लोगों को झेलना पड़ा है। वहीं सैकड़ों लोग विभिन्न जगहों पर पर्यटक नगरी मनाली का संपर्क भी फिलहाल के लिए देश दुनिया से कट चुका है। यहां ना हो तो किसी से कोई संपर्क हो पा रहा है और ना ही मनाली में फंसे लोगों की सूचना प्रशासन तक पहुंच पा रही है। हालांकि इस संबंध में जब उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग से बात की गई तो उनका कहना है कि मनाली में ना ही किसी से संपर्क हो पा रहा है और अधिकारियों के भी फोन बंद आ रहे हैं। क्योंकि लगातार हो रही बारिश के कारण संपर्क कट चुका है।

बर्फबारी और बारिश के बीच चंद्रताल में फंसे 200 लोग
सड़कें बहाल होने के बाद शुरू होगा रेस्क्यू ऑपरेशन-एसपी
तूफान मेल न्यूज, केलांग। पिछले 24 घण्टों से लगातार हो रही बारिश के बाद जनजातीय जिला लाहुल स्पीति के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के दौर शुरू हो गया है। बाढ़ और भूस्खलन होने से सड़के बंद हो गई है। ऐसे में चंद्रताल में करीब 200 लोग फस गए हैं जिनमे अधिकतर पर्यटक शामिल है। चंद्रताल में स्थापित पुलिस चेक पोस्ट से सेटलाइट फोन के जरिये पुलिस हेड क़वाटर केलांग में इसकी सूचना दी गई है। एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी खुद मौके पर हालात का जायजा ले रहे हैं। पुलिस के मुताबिक काज़ा-मनाली और बातल-चंद्रताल सड़क मार्ग बंद हो जाने से चंद्रताल स्थित टूरिस्ट कैपिंग साइट में करीब 200 लोग फस गए हैं। जिन्हें वहां केम्पों में ठहराया गया है। एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि फसे सभी लोग सुरक्षित हैं।

ग्राहण नाला में आई बाढ़,कसोल में बहे पांच वाहन एक दर्जन क्षतिग्रस्त
मणिकर्ण घाटी के कसोल में बाढ़ में पांच वाहन वह गए हैं। यहां ग्राहण नाला में बाढ़ आने से यह घटना घटी है। बाढ़ ने कसोल में बनी पार्किंग को तहस नहस कर डाला और यहां खड़े वाहन भी इसमें वह गए हैं।

लाहुल में फंसे कुल्लू के बागन स्कूल केवबच्चे रेस्क्यू, होटल पालम धारा में ठहराया
भारी बरसात के बाद पागल नाले और तेलिंग नाले के पास सड़क अवरुद्ध होने के कारण GSSS Bagan जिला कुल्लू केबछत्र फंस गए। जिन्हें लाहुल पुलिस ने रेस्क्यू कर सुरक्षित सिस्सू पहुंचाया गया है। मार्ग बंद होने के कारण यह सभी तनावग्रस्त थे। छात्रों और शिक्षकों के अनुरोध पर, सभी तनावग्रस्त छात्रों और कर्मचारियों को होटल पलम धारा सिस्सु और में ठहराया गया है। पुलिस प्रशासन ने सभी का रहने का इंतजाम कर दिया है।

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