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सेब उत्पादक संघ खंड बंजार ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को सौंपा ज्ञापन
गाड़ियों में सेब ढुलाई का भाड़ा वजन और दूरी के हिसाब से हो तय-मोहर सिंह.
तूफान मेल न्यूज,बंजार
हिमाचल सेब उत्पादक संघ पिछले काफी समय से प्रदेश भर में सेब उत्पादकों के मुद्दों को उठाता आ रहा है। खेती और बागवानी बढ़ते लागत मूल्य और बाज़ार की अनिश्चतता के चलते घाटे का सौदा बनती जा रही है। किसानों, बागवानों के हित में बने कानून को प्रभावी तरीके से लागू नहीं करने पर लोग सरकार से खफा है। बागवानों को सरकार से सुरक्षा और समर्थन की आवश्यकता है जिसके लिए आज प्रदेश भर में सेब उत्पादक संघ द्वारा एसडीएम और तहसीलदार के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन सौंपे गए है।
इसी कड़ी में आज सेब उत्पादक संघ खंड बंजार के अध्यक्ष मोहर सिंह की अगुवाई में बागवानों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रशासनिक अधिकारियों से मिला। इन्होंने अपनी करीब डेढ़ दर्जन से भी अधिक मांगों का ज्ञापन नायब तहसीलदार प्रीथी चन्द के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भेजा है।
सेब उत्पादक संघ खंड बंजार के अध्यक्ष मोहर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडियों में बागवानों का शोषण और धोखाघड़ी रोकने के लिए एपीएमसी एक्ट, लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट व पैसेंजर एंड गुड्स टैक्स एक्ट को सख्ती से लागू करने, सेब ढुलाई का भाड़ा वजन और दूरी के हिसाब से तय करने, कृषि उपकरणों पर सालों से लंबित सबसिटी का जल्द भुगतान करने, ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा देने, पैकेजिंग सामग्री को जीएसटी से मुक्त करने और यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य करने की प्रमुख मांगे सरकार के समक्ष रखी गई है।
इन्होंने कहा कि खुला बाजार और खुला व्यापार की नीति से आज कृषि बागवानी घाटे का सौदा साबित हो रही है। सरकार को इसे बचाने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे वरना राज्य की आर्थिकी में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देने वाला कृषि और बागवानी क्षेत्र संकट में पड़ जाएगा।
मोहर सिंह ठाकुर अध्यक्ष सेब उत्पादक संघ खण्ड की अगुवाई में आज बागवानों का एक प्रतिनिधि मण्डल नायब तहसीलदार बंजार से मिला और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। जिसमें घाटी के बागवान जीत राम, दिलीप सिंह, भोले दत्त, कुंदन चौहान, नारायण चौहान, लोत राम, पम्पी चौहान, डावे राम, हरीश, केहर सिंह विनोद कुमार, दीनानाथ चौहान, ठाकुरदास, जयपाल हमेश चौहान, सदानंद, देश राज, कौर सिंह, देवकी नन्द, दलीप सिंह, मेहर चंद, डोला सिंह, मीर सिंह टेक सिंह, कमली राम, खूब राम, नोक सिंह, राम लाल, रोशन लाल किशन चंद आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।