तूफान मेल न्यूज ,मनाली।
मनाली पहुंच रहे हजारों सैलानियों के लिए खुशखबरी है। अब पर्यटकों को परमिट लेने के झंझट में नहीं फंसना पड़ेगा।
एचआरटीसी ने मनाली से रोहतांग दर्रा जाने के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवाओं को शुरू कर दिया है। निगम एनजीटी के आदेश पर इन बसों को चला रहा है। सोमवार को मनाली से छह बसें रोहतांग दर्रा के लिए रवाना हुईं।

राहत की बात यह है कि निगम की इलेक्ट्रिक बस सेवा आरंभ होने से सैलानियों को अब परमिट की चिंता नहीं रहेगी। साथ ही उन्हें टैक्सियों के लिए भी हजारों रुपये नहीं देने पड़ेंगे। पर्यटक अब आसानी से मनाली बस अड्डे में जाकर अपनी सीट को बुक करवा 13,050 फुट ऊंचे रमणीक स्थल रोहतांग जा सकेंगे।
500 रुपए में होंगे रोहतांग के दर्शन
पर्यटक मात्र 500 रुपये में रोहतांग की बफीर्ली वादियों को निहार सकेंगे।
निगम की यह बसें मनाली से सुबह 7:30 बजे से लेकर सुबह 10:00 बजे तक रवाना होती हैं। प्रथम चरण में निगम से छह बसों का संचालन शुरू किया है।
सैलानियों की मांग अधिक रही तो बसों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। अभी इन बसों को मनाली से रोहतांग दर्रे तक ही चलाया जा रहा है। एचआरटीसी कुल्लू के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके नारंग ने कहा कि निगम ने पर्यटकों की सुविधा के लिए मनाली-रोहतांग दर्रा के लिए इलेक्ट्रिक बसों का शुरू कर दिया है। छह बसों से शुरुआत की गई है, एक बस में 25 पर्यटक सफर कर सकते हैं।
रोमांचकारी है 51 किलोमीटर का सफर
मनाली से रोहतांग दर्रा तक 51 किलोमीटर का सफर रोमांचकारी है। मनाली,कोठी,मढ़ी होते हुए प्राकृतिक सौंदर्य व बर्फ के बीच यह सफर रहता है। देश के विभिन्न कोनो से आने बाले पर्यटक रोहतांग दर्रा जाना चाहते हैं।
रोहतांग दर्रा के लिए इलेक्ट्रिक बसों के आरंभ होने से सैलानियों को परमिट लेने की जरूरत नहीं रहेगी। मनाली आने वाले पर्यटक बर्फ को देखने के लिए रोहतांग जाते हैं। एनजीटी के आदेश पर सबसे पहले छोटे वाहनों के लिए परमिट लेना जरूरी है। ऑनलाइन सुविधा के कारण यह परमिट लेना किसी के लिए भी आसान काम नहीं है। वहीं, अगर परमिट वाली टैक्सी से रोहतांग जाना होगा तो हजारों रुपये किराया देना होता है। वहीं, एनजीटी के आदेश पर एक दिन में मात्र 1200 वाहन ही रोहतांग जा सकते हैं।