तूफान मेल न्यूज कुल्लू।
समाजसेवी मीरा आचार्य के साथ रजत ने सातवीं बार रक्तदान किया। जबकि मीरा आचार्य 26 बार खुद रक्तदान कर चुकी है। हाल ही में ब्लड देने के लिए कैंप में गई तो ब्लड कम होने की वजह से ब्लड नहीं दे पाई। मीरा आचार्य कहती है कि ब्लड देने से इंसान फुर्तीला रहता है और ब्लड नया बनता रहता है।

जब ब्लड गाढ़ा होता है तो इंसान बहुत ही थकावट महसूस करता है। इसलिए सभी युवाओं को मेरा संदेश है और महिलाओं को भी संदेश है कि वह अपना ब्लड दान अवश्य करें खून दान महादान होता है। लिहाजा समाज सेवी मीरा आचार्य समाज के सभी वर्गों को खूनदान के लिए प्रेरित करती रहती है। इसके अलावा मीरा आचार्य कई अन्य सामाजिक कार्य को भी अंजाम देती रहती है। महिलाओं के उत्थान के लिए भी हमेशा ततपर रहती है।