निर्माण से पहले ही राजीव घाट संगम स्थल विवादो में


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जिया पंचायत ने संगम स्थल नाम जोड़ने पर जताया ऐतराज
तूफान मेल न्यूज, कुल्लू।
जिला कुल्लू के भुंतर में सब्जी मंडी के समीप राजीव घाट संगम स्थल का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही विवादों में घिर गया है। यहां पर जिया पंचायत ने राजीव घाट नाम के साथ संगम स्थल जोड़ने पर अपना ऐतराज व्यक्त किया है।

वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार से भी आग्रह किया है कि जिया गांव में संगम स्थल है और संगम स्थल वही बनाया जाना चाहिए। ढालपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए जिया पंचायत के प्रधान संजीव कुमार ने बताया कि गांव की पहचान संगम स्थल से ही है और यहां पर जिला कुल्लू के अलावा अन्य इलाकों से भी देवी देवता संगम स्थल पर स्नान करने के लिए आते हैं।

अब जिला प्रशासन के द्वारा भुंतर सब्जी मंडी के समीप राजीव घाट संगम स्थल का निर्माण किया जा रहा है जो बिल्कुल भी सही नहीं है। पंचायत प्रधान संजीव कुमार का कहना है कि सरकार व प्रशासन राजीव घाट का निर्माण कहीं भी कर सकते हैं लेकिन उसके साथ संगम स्थल का नाम जोड़ना बिल्कुल भी सही नहीं है। उनका कहना है कि जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मृत्यु हुई थी तो जिया संगम स्थल में उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया था। उसी दौरान सरकार के द्वारा घोषणा की गई थी कि यहां पर राजीव घाट का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अस्थियों का विसर्जन भी जिया गांव में ही संगम स्थल पर किया गया। यहां पर उस समय विधायक रहते हुए सीपीएस सुंदर ठाकुर ने यह घोषणा की थी कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की याद में यहां पर एक पार्क का निर्माण किया जाएगा और मूर्ति स्थापित की जाएगी। जिसके लिए जिया पंचायत ने उन्हें एन ओ सी भी प्रदान की। लेकिन अब भुंतर सब्जी मंडी के समीप राजीव घाट संगम स्थल का निर्माण किया जा रहा है। जो पंचायत के लोगों को बिल्कुल भी सहन नहीं होगा। ऐसे में सरकार वहां पर राजीव घाट का निर्माण कर सकती है लेकिन उसके नाम के आगे संगम स्थल बिल्कुल भी नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

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