तूफान मेल न्यूज, बंजार।
पंचायत समिति बंजार में कांग्रेस के दो गुटों की लड़ाई से अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है और कांग्रेस की गुटबाजी का फायदा भाजपा को हुआ है। बता दें कि बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी की रणनीति के आगे कांग्रेस के दोनों गुट विफल होकर अपनी साख नहीं बचा पाए हैं । हालांकि कांग्रेस समर्थित 8 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर जिला पंचायत अधिकारी को सौंपा था लेकिन बैठक से पहले ही कांग्रेस समर्थित समिति सदस्य कांग्रेस की लड़ाई के चक्कर में दो गुटों में बंट जाने के कारण अविश्वास प्रस्ताव में बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाए हैं जिस कारण पंचायत समिति का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। कांग्रेस समर्थित समिति सदस्यों ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर जिला पंचायत अधिकारी को सौंप दिया था और मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव सदन में पेश करना था लेकिन कांग्रेस समर्थित समिति सदस्य बहुमत का आंकड़ा छूने से चुक गए हैं। जिस कारण सत्तासीन कांग्रेस पार्टी को जोर का झटका धीरे से लगा है ।प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पंचायत समिति बंजार में कब्जा करने की तैयारी कांग्रेस नेता कई दिनों से कर रहे थे लेकिन विधायक की रणनीति के आगे बंजार कांग्रेस पूरी तरह से नतमस्तक हो गई है ।

बंजार पंचायत समिति में जहां 2 वर्ष पूर्व भाजपा ने कब्जा कर कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाया था लेकिन अब सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस को उम्मीद थी कि वे बदला चुका कर पंचायत समिति बंजार में कब्जा करेंगे लेकिन भाजपा की रणनीति के आगे कांग्रेस नेताओं की एक नहीं चली। हैरानी वाली बात यह है कि जिला पंचायत अधिकारी के सामने बहुमत का आंकड़ा पेश करने वाले कांग्रेस समर्थित समिति सदस्य प्रस्ताव को सदन में लाने से पहले ही बिखर गए । हालांकि मंगलवार को जिला पंचायत अधिकारी सहित पंचायती राज विभाग के द्वारा समिति सदस्यों का 11 वजे से 1वजे तक आने का इंतजार किया लेकिन जब 1 बजे तक समिति हॉल में एक भी सदस्य नहीं पहुंचा तो पंचायती राज विभाग ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किया। उधर भाजपा ने अध्यक्ष लता देवी की सरदारी कायम रहने पर विजय रैली निकालकर खुशियां मनाई।