तूफान मेल न्यूज स्पीति, काजा। शीत मरुस्थल स्पीति घाटी के चंद्रताल में कुछ चुरू व याक जानवरों के फंसे होने का समाचार है। स्थानीय लोगों ने बताया कि भारी बर्फबारी के बीच कुछ चुरू व याक प्रजाति के पशु फंस गए हैं। लेकिन बर्फबारी के बीच इन्हें खाने के लिए चारा नहीं मिल रहा है।

जिस कारण यह पशु भूख से मर सकते हैं। गौर रहे कि चुरू व याक बर्फ में रहने बाले जानवर है लेकिन उन्हें बर्फ के बीच चारा नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खु व स्थानीय विधायक रवि ठाकुर से आग्रह किया है कि हेलीकॉप्टर के माध्यम से इन जानवरों तक चारा पहुंचाया जा सके ताकि इनका जीवन बचाया जा सके।
हालांकि एक याक औसतन 20 दिन तक बर्फ खाकर जीवित रह सकता है और इसकी त्वचा ऐसी होती है कि यह लंबे समय तक माइनस जीरो डिग्री के तापमान में भी रह सकता है। इसी वजह से इस पशु को हिमालय का ऊंट भी कहा जाता है। उत्तराखंड, बद्रीनाथ धाम,लाहुल-स्पीति,मनाली आदि स्थानों पर याक पर सवारी करने का मौका मिलता है।