तीन महीने बाद दर्रे में लौटेगी रौनक, जंस्कार घाटी के लोगों को मिलेगी राहत
रिकोर्ड समय पर शिंकुला दर्रे को बहाली पर दर्रे में जश्न मनाएगा बीआरओ
नीना गौतम तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) 23 मार्च को रिकॉर्ड समय में 16580 फीट उंचे दर्रे को बहाल कर देगा। हालांकि हिमपात बाधा बना हुआ है लेकिन बीआरओ दर्रे के दोनों छोर को जोड़ने में जुटा है। कुछ किमी सड़क बहाली ही शेष रह गई है। इस बार बीआरओ रिकोर्ड समय में दर्रे को बहाल कर रहा है। पिछले साल 16 अप्रैल को यह दर्रा बहाल किया था। रिकोर्ड समय में दर्रा बहाल करने के चलते बीआरओ 23 मार्च को दर्रे पर जश्न मना रहा है। इस मौके पर बीआरओ के अधिकारी अपने जवानों को सम्मानित भी करेंगे। इस दर्रे में चार किमी टनल बनना प्रस्तावित है। दर्रे के बहाल होते ही टनल निर्माण की प्रक्रिया भी गति पकड़ेगी। बीआरओ 16580 फीट उंचे दर्रे में कैफे का भी निर्माण करने जा रहा है। कैफे बन जाने के बाद सैलानी इतनी ऊंचाई पर कोफी व चाय की चुस्की का आनंद लेंगे।
शिंकुला के बहाल होते ही जंस्कार घाटी लाहुल व मनाली से जुड़ जाएगी साथ ही छोटे वाहनों की आवाजाही भी लेह से कारगिल व शिंकुला होते हुए मनाली के बीच शुरु हो जाएगी। शिंकुला जंस्कार मार्ग बहाली होते ही जंस्कार घाटी के हजारों लोगों को राहत मिलेगी। लेह के लोग भी छोटे वाहनों में बाया कारगिल शिंकुला होते हुए कर मनाली का रुख करेंगे। बीआरओ की योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि बीआरओ इस बार रिकोर्ड समय में शिंकुला को बहाल करने जा रहा हैं
बड़ी खबर : 23 मार्च को बाया शिंकुला से जुड़ जाएगा लेह लद्दाख
