तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू। विधानसभा चुनाव में एकजुट हुई कांग्रेस अब सरकार बनते ही छिटकने लगी है। गुटबाजी अब कमरों के अंदर नहीं सड़कों पर आ गई है। मुख्यता दो गुट आमने-सामने हैं।

कुल्लू जिला में सुखविंद्र सिंह सुक्खू गुट व प्रतिभा सिंह गुट उभर कर सामने आए हैं। प्रतिभा सिंह के कार्यक्रमों में सिर्फ होलीलाज कुनबा नजर आया जबकि सरकार में सत्तासीन लोग नदारद रहे। यह सिर्फ प्रतिभा के दौरे में नहीं बल्कि लोनिवि मंत्री विक्रमादित्य के दौरे में भी नजर आया कि सुक्खू गुट के लोगों ने कनी काट रखी।

गुटबाजी की आग में जहां कार्यकर्ता झुलस रहे हैं वहीं अब अधिकारियों पर भी इसकी सीधी मार पड़ रही है। लिहाजा कुल्लू में खासकर अधिकारी अब घुटन महसूस करने लगे हैं। अधिकारी सुने तो किसकी। एक गुट के फरमान पर अमलीजामा पहनाया तो दूसरा गुट आंखे तरेर बैठा है। दूसरे गुट की बात मानी तो पहले गुट का भय सत्ता रहा है। ऐसे में अधिकारी करें तो क्या करें। एक गुट प्रदेश की सत्ता में है और सीएम का आशीर्वाद है और दूसरे गुट के पास लोकनिर्माण मंत्री,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद का आशीर्वाद है। इसलिए दोनों गुटों को कम भी नहीं आंका जा सकता। लिहाजा फिलहाल अधिकारियों को भी गुटबाजी की चक्की में पीसना पड़ेगा। यह एक तल्ख सचाई है कि कुल्लू जिला में कांग्रेस में गुटबाजी पूरी तरह से हॉबी हो चुकी है। यदि अभी भी कांग्रेस में सुधार नहीं आया तो इसका सीधा असर लोकसभा चुनाव में तो पड़ेगा ही साथ ही आगामी पांच वर्षों बाद होने बाले विधानसभा चुनाव के परिणाम भी अभी से ही नजर आ रहे हैं।
आखिर क्यों नाराज दिखी प्रतिभा सिंह
सांसद एवं कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को गुस्सा था मनाली विंटर कार्निवाल का। चुनाव के दौरान निष्काषित नेताओं को सीएम के साथ मंच पर विराजने का अवसर मिला जबकि पार्टी के कुछ लोगों को मंच तक नसीब नहीं हुआ। निष्काषित लोगों को पूरा मान सम्मान भी दिया गया जिससे पार्टी के लोगों का अपमान होना स्वभाविक है जिसकी बजह से उम्मीदवार हारा था। इसमें हालांकि अधिकारियों की कोई गलती नहीं थी लेकिन ठीकरा फिर भी अधिकारियों पर ही फूटा।
दिशा की बैठक में भी नहीं पहुंचे कांग्रेसी विधायक
कुल्लू पहुंच कर सांसद प्रतिभा सिंह ने दिशा की बैठक की अध्यक्षता की लेकिन इस बैठक में भी कांग्रेसी विधायक नहीं पहुंचे। कारण चाहे कोई भी रहे हो लेकिन इस दौरान प्रतिभा गुट के लोग ही नारेबाजी करते नजर आए और दूसरे गुट के लोग नदारद। जिस कारण गुटबाजी को और हवा मिली है।
पार्टी के कार्यक्रम में भी होलीलाज कुनबा
इसके बाद देवसदन में कांग्रेस पार्टी का हाथ से हाथ मिलाओ कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में भी होलीलाज कुनबा शरीक हुआ जबकि दूसरा गुट नजर ही नहीं आया। बहरहाल सरकार बनते ही कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ती नजर आ रही है।