निरंकारी बाल संत समागम का कुल्लू में भव्य आयोजन

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  •   निरंकारी बाल संत समागम का कुल्लू में भव्य आयोजन
  • उतर प्रदेश के मेरठ से महात्मा आशीष गौतम की अध्यक्षता में हुआ बाल समागम का आयोजन 

जिला मुख्यालय कुल्लू स्थित ढालपुर मैदान में शनिवार को सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की प्रेरणा से निरंकारी बाल संत समागम का भव्य आयोजन किया गया।

जिसमें मण्डी ज़ोन के तहत जिला कुल्लू, लाहुल स्पिति, जिला मंडी की 39 ब्रांचों की बाल संतों के लगभग 400 बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बाल संतों ने नाटक, कविता, गीत व विचारों के माध्यम से मानवता का सुंदर संदेश दिया।

जिसमें मानव एकता , स्वच्छ जल स्वच्छ मन, हमारी वाणी , हमारा परिचय, नशा सभी बुराइयों की जड़ है। एसे विषयों के माध्यम से बाल संतों द्वारा जन मानस तक सतगुरु का संदेश पहुंचाना बाल समागम का उदेशय रहा। 

 

जोनल स्तरीय बाल संत समागम की अध्यक्षता उतर प्रदेश के मेरठ से आए युवा महात्मा आशीष गौतम ने की।

उन्होंने कहा कि सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज जी की प्रेरणा से देश भर में जून माह में बाल सामागमों का आयोजन किया जा रहा है। सतगुरु माता जी का यह कहना है

कि यदि बच्चों को बाल्यावस्था में ही अच्छे संस्कार मानवीय गुण, भक्ति भाव, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, नशे से दूर रहने की प्रेरणा, सेवा भाव की प्रेरणा दी जाए तो ऐसे बच्चे बड़े हो कर एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे।

महात्मा आशीष गौतम जी ने कहा कि बाल्य अवस्था किसी भी शिक्षा को प्राप्त करने और जीवन में अपनाने की वह अवस्था है बच्चे जिसका जीवन भर अनुसरण करते हैं।

बाल अवस्था में संचित किए गुण व्यक्तित्व को निखारने का आधार हैं। ऐसे बच्चे बड़े होकर परिवार, समाज और देश के कल्याण का आधार बनते हैं।

उन्होंने कहा कि देशभर में बाल समागम आयोजित करके इस प्रकार का संदेश दिया जा रहा है ताकि एक स्वस्थ समाज, भाई चारे, प्यार और शांति के वातावरण का निर्माण हो सके।

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर भुंतर ब्रांच के बाल संतो ने स्वागत गीत के साथ सत्संग का आगाज़ किया। तदोपरांत खडियाल ब्रांच के बाल संतों ने नाटक के माध्यम से दीवार रहित संसार पर अपनी प्रस्तुति दी।

नवांगाव ब्रांच के बाल संत ने धर्म जोड़ता है तोड़ता नही विषय पर अपने विचार प्रकट किए। इसी कड़ी में सलापड़ ब्रांच के बाल संतो ने विस्तार असीम की ओर लघू नाटिका के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी।

कुल्लू ब्रांच के बाल संतों ने आज की गंभीर समस्या नशा पर सत्संग के द्वारा बुरी आदतों व नशे से मुक्ति पर अपनी प्रस्तुत देकर मानवता का सुंदर संदेश दिया।

वराण ब्रांच के बाल संतो ने समर्पित भाव से की गयी सेवा आनंददायक होती है विषय पर लघू नाटिका के माध्यम से सेवा करने की सीख दी।

कटराईं ब्रांच के बाल संतों ने विश्व बंधुत्व पर आधारित इंग्लिश सोंग, मनाली ब्रांच के बच्चों ने हरदेव वाणी स्थानीय भाषा में हरदेव वाणी का गायन किया,

जोगिंद्र नगर ब्रांच के बाल संतो ने पक्कों का संग लघु नाटिका के माध्यम से पक्के संतों के साथ संग करने का संदेश दिया। चौंतड़ा ब्रांच के बाल संत ने ब्रह्मा ज्ञान जीवन का परम लक्ष्य है पर सुंदर विचार प्रकट किए।

वहीं खोदा ब्रांच के बाल संतो ने ज्ञान और कर्म एक दुसरे के पूरक है बिषय पर लघू नाटिका प्रस्तुत कर सुंदर संदेश दिया।

लोअर बरोट ब्रांच के बाल संत ने गुरुमुख और मनमुख में क्या अंतर है बिषय पर अपने विचारों प्रगट किए और मण्डी ब्रांच के बाल संतो ने सेवा सुमरिन और सत्संग पर लघू नाटिका के माध्यम से कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

अंत में संयोजक कुल्लू वी. आर. रवि ने जिला प्रशासन, अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत, बाल संतों तथा सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया।

इस अवसर पर प्रेरक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया।