बड़ी खबर: ड्रेजिंग का निरिक्षण करने पंहुची टीम का सतेश के ग्रामीणों ने किया घेराब,वोले 10 माह वाद भी ना वना रास्ता, ना हुआ पुल का निर्माण और ना ही घर तथा जमीन को मिली प्रोटेक्शन


Deprecated: Creation of dynamic property Sassy_Social_Share_Public::$logo_color is deprecated in /home2/tufanj3b/public_html/wp-content/plugins/sassy-social-share/public/class-sassy-social-share-public.php on line 477
Spread the love

तूफान मेल न्यूज,सैंज।
सोमवार को सैंज में ड्रेजिंग का निरीक्षण करने पहुंची संयुक्त टीम का सतैश के ग्रामीणों ने घेराव किया है। सोमवार को जब ड्रेजिंग का निरीक्षण करने संयुक्त टीम सतीश गांव से गुजर रही थी तो ग्रामीण अपना दुखड़ा सुनाने के लिए सड़क पर टीम का इंतजार कर रहे थे जब संयुक्त निरिक्षण टीम के मुख्य तथा अन्य अधिकारी लोगों के रोकने पर सतैश गांव के पास नहीं रुके तो ग्रामीणों का गुस्सा अचानक फूट गया और ग्रामीणों ने कुछ अधिकारियों की गाडियों के आगे खड़े होकर गाडियों को रोक दिया।

सतैश के ग्रामीणों का आरोप है कि वे वीते 10 महिनों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान अभी भी नही हुआ है। वता दे कि वीते 10 माह में जब प्रशासन ने सतेश के ग्रामीणों की सुंध नही ली तो ग्रामीणों ने सोमवार को सयुक्त निरिक्षण टीम का घेराव किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने सतेश वन व सतेश टू के ग्रामीणों की सुरक्षा राम भरोसे छोड़ रखी है । उन्होंने कहा कि बीते 10 माह से ग्रामीण लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उन्हें नदी को पार करने के लिए फुट ब्रिज, गांव व जमीन को बचाने के लिए सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य किया जाए ताकि आने वाली बरसात में गांव व जमीन को कोई नुकसान ना हो। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने सतेश गाँव को छोड़कर अन्य गांव में जहां नदी को अपनी जगह मोड़ने के लिए ड्रेजिंग की है लेकिन सतैश गाँव को बचाने के लिए अभी तक कोई कदम नही उठाया है। सतैश के ग्रामीण भगत राम,ज्ञानचंद, कादशी राम, प्रेमचंद तथा राजकुमार आदि ने बताया कि गत वर्ष जुलाई माह में आई प्राकृतिक आपदा ने सतेश गाँव की करीब 15 वीघा जमीन के अलावा रिहायशी मकान पर खतरे के वादल मंडरा रहे हैं और 10 माह से स्थानीय लोगों की जमीन पर नदी वह रही है।

गत वर्ष जुलाई माह में आई प्राकृतिक आपदा में सतेश गाँव में करीब दो सौ फलदार पेड़ बाढ़ की भेंट चढ़े हैं,जिस कारण अब ग्रामीणों को भविष्य की चिंता सताने लगी है कि दो माह बाद फिर बरसात आने वाली है जो सतेश के ग्रामीणों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। ग्रामीणों ने कहा कि जो थोड़े बहुत बाग वगीचे और घर सुरक्षित वचे हैं वे भविष्य में नहीं बच पाएंगे। उल्लेखनीय है कि सोमवार को जव सतैश के ग्रामीणों ने सयुक्त निरिक्षण टीम का घेराव किया है। सोमवार को निरिक्षण टीम वक्शाहल सतैश व न्यूली का निरिक्षण करने आई थी जिसमें राजस्व विभाग, खनन विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग के अलावा पुलिस प्रशासन शामिल था। जव 10 माह से सतैश के ग्रामीणों की समस्या का समाधान नही हुआ तो थकहारे ग्रामीणों ने सोमवार को प्रशासन का घेराव किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव जाने के लिए ना तो सुरक्षित रास्ता है और ना ही प्रशासन की ओर से गांव को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं । हैरानी वाली वात यह है कि सतेश गांव के ग्रामीण बीते 10 माह से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है। लोगों का कहना है कि यहाँ सुविधा के नाम पर सिर्फ विजली उपलब्ध है और अन्य सभी मुलभुत सुविधाओं के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। गत वर्ष जुलाई माह में आई प्राकृतिक आपदा के बाद ना तो पिन पर्वती नदी को पार करने वाला फुट ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुआ है और ना ही पैदल रास्ते ठीक किए गए हैं और ना ही गांव को बचाने के लिए सुरक्षा दीवार के अलावा नदी को अपनी जगह मोडने के लिए ड्रेजिंग ने रफ्तार पकडी है । ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण अव ग्रामीण अपने घर जमीन छोडने को मजवूर हुए हैं। वहरहाल सोमवार को ड्रेजिंग का निरीक्षण करने सैंज पंहुची सयुक्त टीम का सतैश के ग्रामीणों ने घेराव किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!