देखिए अद्भुत वीडियो:यहां पीणी में मनाई छार(राख) दियाली,राख को गुलाल की तरह उड़ेला,,,,


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तूफान मेल न्यूज,मणिकर्ण।

पीणी में राख फेंक कर भगाई बुरी शक्ति, मुखौटे पहनकर किया नृत्य
विस्तृत समाचार: जिला के मणिकर्ण घाटी के पीणी में राख की दियाली मनाई गई। स्थानीय भाषा में लोग इसे छार दियाली कहते हैं। छार दियाली के मौके पर पीणी गांव में सैंकड़ों लोगों ने माता भागासिद्ध तथा लाहुल घोंट देवता से आशीर्वाद लिया। लोगों ने एक-दूसरे पर गुलाल की तरह राख फेंककर बुरी शक्तियों को दूर भगाया। रविवार को देवता की सौह में गांव के लोग एकत्रित हुए। इसके बाद जागरा जलाया गया।

देवता नारायण के गूर और माता भागासिद्ध के गूर ने एक-दूसरे पर राख फेंककर इस उत्सव की विधिवत शुरूआत की। इसके बाद एक दूसरे पर राख फैंकने का सिलसिला शुरू हुआ। लोगों ने राख को गुलाल की तरह उड़ेला। गौर रहे है कि इस राख को लोग एक महीना पहले से ही एकत्रित करना शुरू कर देते हैं। रविवार को सुबह लाहुल घोंट देवता को माता भागासिद्ध के कोट से बाहर
निकाला गया। देवता लाव लश्कर के साथ कोट से बाहर आए। इस दौरान कई लोगों ने मुखौटे पहनकर नृत्य किया। दूसरी ओर राख की होली चलती रही। राख फेंकने का यह क्रम दोपहर तक चलता रहा। दोपहर बाद देवता लाहुल घोंट को वापस माता भागासिद्ध के कोट में ले जाया गया। इसके बाद छार दियाली का सिलसिला थम गया।

देवता से सुख-समृद्धि का लिया आशीर्वाद

लोगों ने देवता से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लिया। माता भागासिद्ध के पुजारी मोहर सिंह ठाकुर ने कहा कि छार दियाली बुरी शक्तियों का नाश करने के लिए मणिकर्ण घाटी में मनाई जाती है। इससे क्षेत्र में धन धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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