Himachal News: देवता श्री वेदव्यास कुंईरी महादेव के दर्शनों को कुमारसैन में उमड़ा जनसैला

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   कुल्लू/आनी: देवता श्री वेदव्यास कुंईरी महादेव के दर्शनों को कुमारसैन में उमड़ा जनसेलाब सैकड़ों लोगों ने किए देव दर्शन 

आठ दिवसीय दौरे के दौरान जगह जगह हो रहा भव्य धामों (भंडारे) का आयोजन

 

 आऊटर सराज आनी के सुप्रसिद्ध देवता भगवान वेदव्यास कुंईरी महादेव लाव लश्कर सहित स्वधाम कुंईर से 1 जून रविवार को शिमला के फागू (रलू) दौरे के लिए हजारों देऊलों संग प्रस्थान किया ।

 

क्षेत्र के निवासी भारद्वाज आशीष शर्मा ने बताया कि राजधानी शिमला के फागु (गलू) में देवता जी अपने भक्त के घर मेहमाननवाजी के लिए जा रहे हैं। वंहा पर 4 व 5 जून 2025 को  शशिवाला पत्नी स्वर्गीय श्री राजेंद्र कुमार निवासी फागु (गलू) तहसील ठियोग जिला शिमला के सौजन्य से देवभोज (मेहमाननवाज़ी) का भव्य आयोजन किया जाएगा।

 

देवता साहिब जी अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के दौरान रविवार शाम को नगान पहुंचे वंहा पर स्थानीय गांवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया ।

दूसरे पड़ाव सोमवार की दोपहर देवता साहिब लुहरी पहुंचे, वंहा पर वन विभाग के डीएफओ द्वारा प्रसाद (भंडारे) की व्यवस्था की गई। तथा सांयकाल में देवता साहिब कुमारसैन में श्री कोटेश्वर महादेव की पावन-स्थली कोटी मंढोली में पहुंचे।

वंहा पर देवता साहिब कुंईरी महादेव की झलक और दर्शन पाने के लिए भारी जनसैलाब उमड पडा । दौरे के तीसरे पड़ाव में प्रभु श्री कुँईरी महादेव जी की ऐतिहासिक शिमला दौरा के दौरान प्रभु इतिहास मे पहली बार आज सुबह नारकंडा पहुंचे।

नारकंडा पहुंचने पर देऊलों ने बस स्टैंड मे प्रभु संग देव नृत्य के भव्य नाटी का आयोजन किया, नारकंडा में स्थानिय गांववासी की ओर से प्रसाद (भंडारा) खाने के पश्चात देऊलू देवता साहिब संग मतियाना की ओर प्रस्थान किया जंहा पर देवता साहिब का रात्री ठहराव होगा ।

कल सुबह दौरे के चौथे पड़ाव में देवता साहिब दोपहर देऊलों संग देवी मोड में पहुंचेगे वंहा पर प्रसाद ग्रहण करने के पश्चात फागू के गल्लू पहुंच जाऐंगें ।

देवता के सचिव ठाकुर दास वर्मा ने बताया कि भगवान वेदव्यास कुंईरी महादेव कुंईर धाम में अपने तप, ज्ञान, शिक्षा, व्यवसाय, संतान, नौकरी, किसी भी प्रकार की बिमारी को ठीक करने को लिए प्रसिद्ध है।

कोई भी भक्त जब कुंईरी महादेव जी को सच्चे मन से भजता है और कोई मनोकामना मांगता है, तो उस भक्त की मनोकामना पूर्ण होने पर ही वो भक्त देवता जी को मेहमान नवाजी के लिए अपने घर पर देवरथ सहित धूमधाम से जाते हैं ।

भगवान वेदव्यास कुंईरी महादेव जी को सालभर में सबसे अधिक जाच्च (धाम) मन्नतें पूरी होने पर दी जाती हैं वहीं देवता जी के सर्वाधिक मेले व त्यौहार आऊटर सराज में मनाए जाते हैं।

देवता साहिब के कारदार इन्द्र सिंह ने बताया कि दौरे में देवता जी के तीन गढ़ सात हार के देऊलों संग पूरे आउटर सराज आनी की जनता भाग ले रही है। कुंईरी महादेव की दैवीय शक्ति के कारण ही इन की मान्यता का पूरे हिमाचल तक शोभायमान है।