देखें वीडियो ,,,,,,पिछले आठ माह से प्रदेश के बच्चों को नहीं मिल रहा कौशल भत्ता, हजारों प्रशिक्षु परेशान:मनोहर लाल ठाकुर,जिला कुल्लू के सैंकड़ों प्रशिक्षु पहुंचे कुल्लू

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तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू।

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प्रदेश के हजारों प्रशिक्षुओं को पिछले 8-9 माह से कौशल विकास भत्ता नहीं मिल रहा है जिस कारण स्किल डिवेलपमेंट में प्रशिक्षण ले रहे हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। यही नहीं सरकार द्वारा चिन्हित इंस्च्यूट भी बंद होने के कगार पर है। कौशल विकास भत्ता बंद होने से सिर्फ प्रशिक्षु ही परेशान नहीं है बल्कि अभिभावक, अध्यापक व इंस्च्यूट मालिक भी आर्थिक बोझ तले दब गए हैं।

आज जिला कुल्लू के करीब 300 प्रशिक्षु जिला कौशल विकास संघ के बैनर तले देव सदन कुल्लू में एकत्र हुए और सरकार से मांग की है कि उनके भविष्य से खिलवाड़ न किया जाए और कौशल विकास भत्ता बहाल किया जाए। इस अवसर पर कौशल विकास संघ के जिला अध्यक्ष मनोहर लाल ठाकुर ने पप्रशिक्षुओं,अभिभावकों आ अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने वर्ष 2013 में यह योजना शुरू की थी जो लगातार जारी है और कोरोना काल में भी यह योजना नहीं थमी,

लेकिन वर्तमान में पिछले आठ माह से प्रशिक्षु बच्चों को कौशल भत्ता नहीं मिल पा रहा है जिस कारण उनका प्रशिक्षण प्रभावित हुआ है और बच्चे इंस्च्यूट की फीस नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कौशल विकास भत्ता बंद होने से अध्यापकों को सैलरी नहीं मिल पा रही है और न ही इंस्च्यूट मालिक मकान मालिकों को किराया दे पा रहे हैं। जिस कारण अब इंस्च्यूट बंद होने के कगार पर आ गए हैं और बच्चों का भविष्य भी खतरे में हैं।

उधर प्रशिक्षु बच्चों ने कहा कि 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यह योजना शुरू की थी और प्रदेश के हजारों बच्चों को इसका लाभ मिला। अधिकतर बच्चे आज स्वरोजगार कमा रहे हैं और कौशल विकास को निखारा गया है लेकिन वर्तमान में यह योजना थम गई है। प्रभावित बच्चों ने कहा कि कोरोना काल में भी यह योजना प्रभावित नहीं हुई लेकिन वर्तमान में ऐसी स्थिति क्यों। बच्चों ने वर्तमान सरकार से मांग की है कि शिघ्र कौशल विकास भत्ता को बहाल किया जाए ताकि प्रदेश के गरीब बच्चों का भविष्य सुधर सके। गौर रहे कि कौशल विकास भत्ता उन बच्चों को दिया जाता है जिनके मां-बाप की इनकम दो लाख से कम है।