भुट्टीको कॉम्प्लेक्स में पुरोहित चंद्रशेखर बेबस की स्मृति में काव्य-संध्या आयोजन,ठाकुर वेदराम जयंति का शुभारंभ
तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू।
19 अप्रैल को हर वर्ष की भांति भुट्टी वीवर्स को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने कुल्लू के धरोहर साहित्यकार पुरोहित चंद्रशेखर बेबस की स्मृति में एक काव्य-संध्या का आयोजन किया जिसमें कुल्लू के कवियों ने भाग लिया।
देखें पूर्व मंत्री एवं सहकारिता शिरोमणि सत्य ठाकुर सत्य प्रकाश का संबोधन
इस आयोजन के मुख्यातिथि गीत-सङ्गीत व साहित्य से जुड़े सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार धर्मेंद्र शर्मा थे और अध्यक्षता पूर्व बागवानी मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर ने की। नेपाल से पधारे शंभूनाथ घिमरे विशेष तौर पर मंच पर उपस्थित रहे।
देखें रमेश ठाकुर की कविता
सहकारिता के युग पुरुष ठाकुर वेदराम जयंती का शुभारंभ भुट्टीको के सभागार में काव्य संध्या से हो गया है। प्रसिद्ध कवि रहे पुरोहित चंद्रशेखर बेबस की स्मृति में हर वर्ष की भांति इस बार भी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
देखें गणेश गन्नी की कविता
प्रसिद्ध लोक कलाकार एवं विद्वान धर्मेंद्र शर्मा कार्यक्रम के मुख्यातिथि रहे और कार्यक्रम की अध्यक्षता सहकारिता शिरोमणि, पूर्व मंत्री एवं भुट्टीको के चेयरमैन सत्य प्रकाश ठाकुर ने की। कवि सम्मेलन का शुभारंभ स्वर कोकिला सरला चम्बयाल की कविता एवं गीत दासी लाड़िये पटटू लाऊ बुणना धारा से किया गया। यह गीत सहकारिता के लिए समर्पित रहा। इस अवसर पर रेखा शाही ने महाप्रलय जरूर आएगी कविता सुनाकर नारी विमर्श पर प्रकाश डाला।
देखें श्याम लाल हांडा की कविता
वहीं चुनी लाल ने कुल्लुवी बोली में पाखली छांव कविता से स्थानीय बोली व परंपरा के पक्ष पर बल दिया। लगन ठाकुर ने धरती की दुआ और कोमलता, बुद्धि सिंह प्रभाकर ने तूफानों से आंख मिलाओ कविताएं पढ़ी। कवयित्री अनुरंजनी गौतम ने वह अब बूढा हो गया कविता सुनाकर वृद्धावस्था की व्यथा कही। दर्षिल ठाकुर ने मत बैठ यूं गुमसुम व दवेंद्र गौड ने सिर्फ तुम्हारे लिए कविताएं पढ़ी। इस अवसर पर हिंदी साहित्य के चर्चित कवि गणेश गनी ने अपनी दो कविताएं ‘भगदड़’ और ‘टांका’ सुनाई जिन्हें श्रोताओं ने खूब पसंद किया।
देखें अनुरंजनी गौतम की कविता
प्रसिद्ध कवि गणेश गनी ने शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर तंज कसा। विवेक शर्मा ने धूप, श्यामलाल हांडा ने कलम की आवाज कविता सुनाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। रमेश ठाकुर ने वक्त की करवटें कविता से जीवन की विभिन्न अवस्थाओं का वर्णन किया। आशु कवि धनेश गौतम ने हास्य व्यंग्य से दर्शकों को खूब लोटपोट किया। प्रतिभाशाली लेखक धनेश गौतम अपने धारदार व्यंग्य व मौलिक लेखन के लिए जाने जाते हैं।नेपाल से आए कवि शम्भूप्रसाद घिमरे ने नेपानी भाषा विभिन्न रचनाएं सुनाई।
देखें सरला चंबियाल की कविता
डाक्टर सूरत ठाकुर ने तरन्नुम में गाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। चीफ गेस्ट धर्मेंद्र शर्मा ने कितनी अच्छी लगती हो व पहाड़ी कविता गाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने प्रसिद्ध कवि पुरोहित चंद्रशेखर बेबस की जीवनी पर प्रकाश डाला
देखें चीफ गेस्ट धर्मेंद्र शर्मा की कविता
और कहा कि उन्हें आज से 50 वर्ष पहले ही चिंता थी कि कुल्लुवी बोली जिंदा रहे। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष सत्य प्रकाश ठाकुर ने कहा कि सहकारिता के युग पुरुष ठाकुर वेदराम जयंती का शुभारंभ आज से हो चुका है।
देखें नेपाली कवि शंभु लाल घिमरे की कविता
उन्होंने कहा कि पुरोहित चंद्रशेखर बेबस की स्मृति में काव्य संध्या से ठाकुर वेदराम जयंती का शुभारंभ होता है और 21 अप्रैल को इसी सभागार में ठाकुर वेदराम अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह का आयोजन होगा जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली विभूतियों को अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय आवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
देखें धनेश गौतम का हास्य व्यंग्य
उन्होंने सभी कवियों का इस काव्य संध्या में आने के लिए आभार प्रकट किया। इस अवसर पर पुरोहित चंद्रशेखर बेबस के परिवारजनों को सम्मानित किया गया। जबकि अंत में सभी कवियों को सम्मानित किया गया।
डाक्टर सूरत ठाकुर की कविता