DC कुल्लू के कार्यालय में क्लासें लगाएंगे पढारणी स्कूल के बच्चे

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भूमि व धन उपलब्ध फिर भी किराय के मकान में चल रहा है पढारणी स्कूल
तूफान मेल न्यूज,बन्जार। बंजार उपमंडल के दुर्गम गांव पढारणी में मिडल स्कूल अपनी भूमि होते हुए भी किराय के कमरे में चल रहा है। यही नहीं भवन निर्माण के लिए धन भी स्वीकृत हुआ है लेकिन अभी तक भवन नहीं बन पाया है।

खास बात यह भी है कि भवन निर्माण के लिए विभाग के नाम दो जगह भूमि उपलब्ध है फिर भी भवन नहीं बन पाया है। ग्रामीणों ने बताया कि 19 अगस्त 2016 को राजकीय माध्यमिक पाठशाला पढ़ारनी का तत्कालीन मंत्री स्व. कर्ण सिंह के द्वारा उद्धघाटन हुआ है।

उस समय एक निजी मकान में इस स्कूल की कक्षाएं चली। उस समय से यह स्कूल निजी मकान में चल रहा है। इस पाठशाला को 2019 में भुमि भी उपलब्ध की गई है। भुमि दान करने बाले दो व्यक्ति है।

जिनका नाम दुनी चंद है और उन्होंने 5 विस्व भुमि दान दे दी और दुसरा व्यक्ति वलदेव सिंह उर्फ वालमकुंद है जिसने 10 विस्वा भुमि दान दे दी है। बर्ष 2020 में इस भवन बनाने के लिए छःलाख तीस हजार रुपए स्वीकृत राशि हुई परंतु दो पार्टी ने इस भवन बनाने के लिए वाधा खड़ी कर रखी है।

बच्चों को सर्दी में ठंड ही बैठना पड़ रहा है। इस विषय के बारे में ग्रामीणों ने उपशिक्षा अधिकारी से भी मुलाकात की लेकिन उन्होंने भी कोई समाधान नहीं निकाला।

अब ग्रामीण बच्चों को लेकर जिलाधिश के पास सोमवार को जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक कोई समाधान नहीं निकलता है तो बच्चे जिलाधीश के कार्यलय में ही बैठकर क्लासें लगाएंगे।