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सी आर शर्मा,आनी
आनी की रघुपुर घाटी के अधिष्ठाता देवता टकरासी नाग की वास स्थली एवं पर्यटन स्थल टकरासी में देवता का नया मंदिर बनकर तैयार हो गया है। करीब डेढ़ करोड़ रूपये की लागत से काष्ठकुणी शैली में नव निर्मित नए मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा गत 22 नवम्बर से शुरू हो गई।
इस धार्मिक आयोजन के साथ देवता टकरासी नाग अपने ठारवी स्थित मंदिर से पूरे लाव लश्कर के साथ नए मंदिर में विराजमान हो गए हैं। नव निर्मित मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा का यह कार्यक्रम 12 दिसंबर को शिख फेर की रस्म और यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ संपन्न होगा।
पूजा कमेटी के अध्यक्ष शेर सिंह ठाकुर, कारदार अमर सिंह तथा लीला प्रसाद ने बताया कि 22 दिनों तक नए मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए ब्राह्मणों द्वारा प्रतिदिन पूजा पाठ व हवन यज्ञ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किए जा रहे हैं। इस धार्मिक आयोजन की पूर्णाहुति के पहले दिन 11 दिसंबर को रघुपुर घाटी के करीब 15 से अधिक देवी देवता भाग लेंगे।
इस दिन प्रदेश के महान समाजसेवी, उद्योगपति एव्ं पर्यावरण संरक्षण के लिए हिमाचल गौरव पुरस्कार से अलंकृत ठाकुर मान सिंह मुख्यातिथि होंगे। जिनका मन्दिर कमेटी व कारकुनों द्वारा भव्य स्वागत किया जायेगा। नाग देवता टकरासी की मंदिर प्रतिष्ठा को लेकर पूरे रघुपुर क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
पूजा कमेटी के अध्यक्ष शेर सिंह ठाकुर, कारदार अमर सिंह तथा लीला प्रसाद ने कहा कि देवता साहिब के नए मन्दिर की पूज के भव्य आयोजन को लेकर रघुपुर की मुहान, टकरासी, पोखरी, कराड़, रोपा, बिशलाधार, कोटासेरी, फनौटी, लगौटी, करशैईगाड़ सहित जलोड़ी व जांजा क्षेत्र के साथ पूरे इलाके के हजारों लोग इस प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनकर टकरासी नाग का आशीर्वाद लेंगे। बता दें कि मंदिर निर्माण में करीब चार से पांच साल का समय लगा है। काष्ठकुणी शैली में निर्मित इस मन्दिर में सुंदर नक्काशी की गई है । मंदिर निर्माण में देवता के सभी कारकून, हारियानों व देवलुओं द्वारा एकत्रित की गई करीब डेढ़ करोड़ की राशि खर्च हुई है।