देवता धामणी छमाहूं मन्दिर में धूमधाम से मनाया जायेगा हुम पर्व
देवता छमाहू के दरवार में होगा आज दिन -दुखियों का समाधान
तुफान मेल न्यूज, कुल्लू
देव भूमि कुल्लू में अनोखी परंपरा है, यहां मशाल जला कर ओपरी बुरी शक्तियों को भगाने में देव शक्ति का रूप धारण करके आए हुए सभी दीन दुखीयों का समाधान किया जाता हैं, देवता धामणी छमाहूं के रथ के साथ सैंकड़ों की तादाद में मशालों के साथ आसुरी शक्तियों को गांव से बाहर किया जाता हैं, और देवता के गुर (चेला) इस परम्परा का निर्वहन आज किया जाएगा,

देवता धामणी छमाहूं के सम्मान में आयोजित हुम पर्व के रूप में मनाया जाता हैं, यहां पर आज सर्वप्रथम मुख्य पुजारी और पवन मंहत पालसरा, अमर सिंह महंत गुर ( चेला) लोत राम मंहत कारदार, मशाल पूजन करेंगे, उसके उपरांत अन्य देव नीति रिवाजों का निर्वहन किया जाता हैं, समस्त हारियानो द्वारा देवता मशाल पूजन करने के बाद मशालें जला कर मंदिर परिसर तक परिक्रमा करते हुए ले जाया जाएगा, उसके बाद मन्दिर परिसर के प्रांगण में आए हुए भक्तों की मन की पूछ की जाती हैं और जिन भक्तों (लोगों )में कोई आसुरी ओपरी का निपटारा किया जाता हैं, धामनी देवता जी के पालसरा पवन महंत ने बताया कि देवता जी का हुम ( जगराता) पर्व भादों मास के शुक्ला पक्ष की तिथि को हर साल बड़े हर्षोलास से मनाया जाता हैं, इससे समस्त क्षेत्र में बुरी शक्तियों से छुटकारा मिलता है, और साथ ही पूरे हारियानो, में सुख शांति और सुख समृद्धि रहती हैं, आज के दिन दूर दूर से अनेकों श्रद्धालु आते हैं और देवता जी उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं और सारी रात देवता जी की अपनी देव कार्यवाही होती हैं, दूसरे दिन सभी हारियानों की और से भंडारे का आयोजन भी किया जाता हैं, स्थानियां देवता के प्रमुख देयुलू हेम राज शर्मा, रविन्द्र महंत, मोती महंत, उप प्रधान डोला सिंह महंत, मैंबर निधि सिंह दरोगा, नरेंद्र शर्मा, केशव राम शर्मा सुरेश महंत आदि ने बताया कि यहां की देव संस्कृति लोगों के दुःख निवारण करने में अपने आप में विख्यात हो चुकी है ,