एनएचपीसी की 48वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन


Deprecated: Creation of dynamic property Sassy_Social_Share_Public::$logo_color is deprecated in /home2/tufanj3b/public_html/wp-content/plugins/sassy-social-share/public/class-sassy-social-share-public.php on line 477
Spread the love

जलविद्युत ग्रिड को संतुलित करने और चरम मांग को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभाता है बोले प्र्बं धक निदेशक आर के चौधरी

एनएचपीसी वास्तविक चुनौतियों पर काबू पाकर स्थायी ऊर्जा समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध- सीएम डी एनएचपीसी

तूफान मेल न्यूज , नगवाइ
एनएचपीसी की 48वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान आर.के. चौधरी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी के साथ आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), संजय कुमार सिंह, निदेशक (परियोजनाएं) तथा स्वतंत्र निदेशकगण डॉ. उदय सखाराम निर्गुडकर, प्रोफेसर (डॉ.) अमित कंसल, प्रोफेसर (डॉ.) रश्मी शर्मा रावल, जी.जी. जोसेफ, प्रेमकुमार गोवर्धनन और एनएचपीसी की कंपनी सचिव रूपा देब एनएचपीसी ने 28 अगस्त, 2024 को अपने निगम मुख्यालय, फरीदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी 48वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन किया। कंपनी के सदस्यों ने अन्य बातों के साथ-साथ वर्ष 2023-24 के लिए 0.50/- रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा के प्रस्ताव पर विचार किया, जो मार्च 2024 में भुगतान किए गए 1.40/- रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है। आर.के. चौधरी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी ने इस वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित किया। एनएचपीसी बोर्ड के सदस्य आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), संजय कुमार सिंह, निदेशक (परियोजनाएं) तथा स्वतंत्र निदेशकगण डॉ. उदय सखाराम निरगुडकर, प्रो. (डॉ.) अमित कंसल, प्रो. (डॉ.) रश्मि शर्मा रावल, जीजी जोसफ, प्रेमकुमार गोवर्धनन और रूपा देब, कंपनी सचिव, एनएचपीसी भी इस बैठक में उपस्थित थे।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए आर.के. चौधरी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी ने कहा कि, “जलविद्युत ग्रिड को संतुलित करने और चरम मांग को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभाता है”। उन्होंने आगे कहा कि एनएचपीसी सक्रिय रूप से 10,000 मेगावाट से अधिक स्थापित क्षमता की जलविद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का निर्माण कर रही है, जिसमें 2880 मेगावाट दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना, 2000 मेगावाट सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजना और 800 मेगावाट पार्बती-II जलविद्युत परियोजना शामिल है। सीएमडी, एनएचपीसी ने यह भी कहा कि एनएचपीसी वास्तविक चुनौतियों पर काबू पाकर स्थायी ऊर्जा समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

वार्षिक आम बैठक में कंपनी के प्रदर्शन के संबंध में सदस्यों के विभिन्न प्रश्नों / शंकाओं का समाधान भी किया गया।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!