तुफान मेल न्यूज, कुल्लू।
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कांग्रेस जिला अध्यक्ष सेस राम आजाद ने कहा है कि कंगना रानौत ओछी बयानबाजी कर रही है और तथ्यहीन ब्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि सांसद कंगना रनौत का ओच्छी बयान बाजी और झूठी बातों कहना ठीक नहीं है। यदि वह जनता को झूठ बोलकर गुमराह करती रही और तथ्यहीन बयानबाजी से बाज नहीं आई तो कांग्रेस उसका घेराव करेगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, कांग्रेस के लोग मिलजुलकर काम कर रहे हैं। प्रशासन पूरी तरह से आपदा की घड़ी में अच्छा कार्य कर रहा है। केंद्र सरकार में अलग-अलग वित्तीय टीमें भेजी। 1800 करोड़ की बात कहते हैं वोह पैसा आया होगा, लेकिन वह स्पेशल डिजास्टर का पैसा नहीं था। जो राज्य को मिलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने पिछले साल भी आपदा के दौरान प्रदेश सरकार की तारीफ की और कहा कि प्रदेश सरकार आपदा में अच्छा कार्य कर रही है। आपदा की इस घड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार, प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सभी क्षेत्रों के अस्त-व्यस्त जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए धरातल पर रातदिन कार्य कर रहे हैं। त्रासदी की घड़ी में विपक्ष भी साथ है। वे यहां कुल्लू में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार और विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर कहते हैं कि इस घड़ी में प्रदेश सरकार के साथ हैं। लेकिन कंगना ओछी राजनीति कर तथ्यहीन बयानबाजी कर रही है। उन्होंने कहा कि सांसद कंगना रनौत ने भी बागीपुल का दौर किया लेकिन अच्छा यह होता कि सांसद कंगना रनौत राहत पैकेज लेकर आतीं और यहां के प्रभावितों को बांटती। इसके अलावा कुल्लू विधानसभा के लिए समय सांसद देतीं। हाल ही में जिला कुल्लू में आई आपदा से हुए नुकसान के दौरान उपायुक्त, सभी एसडीएम डिजास्टर के दौरान मौके पर गए। वहीं, मुख्यमंत्री भी कुर्पन पहुंचे और यहां पर आपदा पीडि़तों से मिले और नुकसान का जायजा लिया। वहीं, लोक निर्माण मंत्री भी बागीपुल आए और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। वहीं, मणिकर्ण घाटी में जिला प्रशासन और सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जायजा लिया। सांसद कंगना रानौत ने उस दौरान बयान दिया कि पिछली बार इतनी बड़ी त्रासदी हुई कि हिमाचल सकरार ने कोई काम नहीं किया। वहीं, यह भी कहा कि सुक्खू सरकार ने गड्ढा खोदकर रखा है, केंद्र सरकार इसकी भरपाई कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि सांसद कंगना रनौत अगर पॉजिटिव बातेंं करतीं तो स्वागत किया जाता। उन्होंने कहा कि सांसद कंगना रनौत तथ्यों पर बात करें अन्यथा विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कुल्लू जिला में ही पांच वैली ब्रिज लगाए और आपदा से कटी ग्रामीण परिवेश की कनेक्टिविटी को जोड़ा गया। सरकार ने अपने सीमित संसाधनों से आपदा की घड़ी में काम किया है। सांसद का यह बयान पूरी तथ्य के विरूद्ध है। केंद्र सरकार से 1800 करोड़ रुपए आया है। पिछली साल में हिमाचल प्रदेश में 13500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रदेश ने इसके लिए नेता प्रतिपक्ष सबसे बात की। वहीं, केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजे कि आपदा की घड़ी में स्पेशल पैकेज घोषित करें परंतु केंद्र सरकार ने नहीं किया। लेकिन प्रदेश सरकार ने अपने सोर्सिज से 4500 करोड़ रुपए का पैकेज पास कर पूरी तरह से कोशिश की कि प्रदेश की सडक़ें बहाल हो, बिजली लाइनें दुरुस्त हो और जलशक्ति योजनाएं चालू हो सके। सरकार ने लोगों की समस्या का हल किया। वहीं, कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष सेसराम आजाद ने हिमाचल प्रदेश के सभी सांसदों से आग्रह किया है कि हिमाचल की त्रासदी के मुद्दों को केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाएं। नेता प्रतिपक्ष और सांसदों से आग्रह है कि प्रदेश सरकार के साथ आपदा की बेला में काम करें।