देखें विडियो,,,, ब्यास नदी का तटीकरण युद्ध स्तर पर होना चाहिए:दिनेश


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तुफान मेल न्यूज, कुल्लू।

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लंबे अंतराल से व्यास नदी में बार-बार बाढ़ हेतु इसके तटीकरण का कार्य जो प्रस्तावित है, उसे युद्ध स्तर पर पूरा किया जाना अति आवश्यक है। क्योंकि हर वर्ष यहां बाढ़ के कारण भारी हानि होती है और इसके लिए जहां-जहां बाढ़ नियंत्रण का कार्य हुआ है उससे बहुत राहत मिली है। फोरलेन संघर्ष समिति एवं कुल्लू फल उत्पादक मंडल की संयुक्त प्रेस वार्ता आयोजित की गई है। फोरलेन संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश सेन ने जानकारी साँझा करते हुए कहा कि इस बारे उपायुक्तकी अध्यक्षता में गत वर्षों से अनेक बैठकें हो चुकी है और उसके साथ-साथ यहां बाशिंग में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जिनके पास एक परिवहन विभाग भी है। उन्होंने यहां स्वयं आकर के मौका मुआयना किया है और उसके बाद दो बार यहां भुवनेश्वर गौड़ जी भी मौका कर बैठे हैं और इसके कारण अभी इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 6 करोड़ की राशि स्वीकृत हो चुकी है इसके लिए हम सरकार के धन्यवादी और सरकार से आग्रह है की जो बाशिंग बिहाल नामक स्थान जहाँपुलिस लाइन, सार्वजनिक मैदान, जल शक्ति विभाग का परिसर, भारतीय खाद्य निगम का गोदाम, परिवहन निगम का क्षेत्रीय कार्यालय और कार्यशाला, LPG गैस प्लांट, राफ्टिंग एंड पॉइंट के साथ-साथ भविष्य में करोड़ों की लागत से बनने वाले जल शक्ति विभाग का विश्राम गृह, पंचायती राज विभाग का प्रशिक्षण केंद्र तथा सीवरेज प्लांट बनना प्रस्तावित हैं। सबसे महत्वपूर्ण है कि आम जनता की रोजमर्रा की आवश्यकताएँ, कृषि उपज और अन्य अनेक प्रकार की जरूरतों के लिए

बाढ़ से कुल्लू-मनाली में फोरलेन को बगरी नुकसान हुआ है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। फोरलेन संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश सेन बताया कि विशेष कर सामरिक दृष्टि से यह राष्ट्रीय उच्च मार्ग 3 अति महत्वपूर्ण है कि और इसको खतरा पैदा हो चुका है। इसके आगे पीछे यातायात के लिए और भी वैकल्पिक प्रबंध है। यहां पर यह सामने का जो क्षेत्र है जिसे छरुडू कहते हैं यहां पर जो विकल्प व्यवस्था जो है वह हमेशा खतरे की जद में हैं क्योंकि यहां पर जो सड़क है यह सारी कच्ची है और ऊपर से जो हवाई नाला जिसे कहते है उसमें बड़ी भारी मात्रा में पानी आता है जिसमें सड़क की कोई गारंटी नहीं है। अगर यह सड़क लेफ्ट बैंक की बह जाती है तो लेफ्ट बैंक से भी लेह लद्दाख तक के लिए कोई सुविधा नहीं है और इसके लिए एक मात्र विकल्प रह जाता है। यह जो है वैष्णो माता के निकट जो रोड है उसे भी बार-बार हानि पहुंची है और जिसको देखने में भी आ रहा है कि अभी यह डैमेज हुआ है इसको बचाया जाना बहुत जरुरी है।
इसके लिए अति आवश्यक है कि यह जो 6 करोड़ की राशि है इसको प्राथमिकता के आधार पर यहां अच्छी तरह से उपयोग किया जाए और इसके पुरे क्षेत्र पुलिस लाइन से लेकर वैष्णो माता मंदिर के साथ आगे रामाबाई नाला तक इसकी सुरक्षा व्यवस्था होना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह किसी एक गांव की समस्या नहीं है, यह पूरा यहां बाशिंग से लेकर मनाली तक जो पर्यटन है और अन्य लोकल जरूरतें है उसके साथ-साथ यह सामरिक दृष्टि से जो लेह लद्दाख का जो रोड है इसके लिए इसकी प्रोटेक्शन का होना अति आवश्यक है और इस हेतु 6 करोड़ की राशि अपर्याप्त है यहां इसके लिए और अधिक धनराशि स्वीकृत होनी चाहिए और जैसे अभी सर्दियों में पानी कम होगा तो नदी के बीच में जो है जो इसका चैनेलाइज किया जा रहा है इसको बहुत अधिक गहरा करने की जरूरत है और यह स्थानीय शमशान घाट पुलिस लाइन से लेकर इसको वैष्णो माता मंदिर तक काफी गहरा किया जाए ताकि इसके दोनों किनारों को बचाया जाये। विशेष कर राष्ट्रीय उच्च मार्ग तीन को बचाया तक जाना बहुत ही जरूरी है वैसे इस यह पूरी घाटी में इसका तटीकरण युद्ध स्तर पर किया जाए, लेकिन अगर इस क्षेत्र में अगर यह सड़क टूट गई बह तो यह के कारण तो यहाँ कोई भी विकल्प पूरे क्षेत्र के लिए अप्पर वैली के लिए लेह लद्दाख तक नहीं हैं। इसके साथ मनाली तक रेड स्पॉट हैं उसमे हर वक्त मशीनरी व लेवर तैनात रखी जाये और जो ये बड़े बड़े वाहनों ही जो का द्वारा खनन किया जा रहा हैं इस पर भी सख्ती की जाए तथा फल सीजन को देखते हुए पुरे क्षेत्र के सम्पर्क मार्ग भी बहाल रखें जाएँ ।

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