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देश के लिए की जान कुर्बान ,मुझे गर्व है बोले पिता भुवनेश थापा
कैप्टन बृजेश थापा सहित 4 सैन्यकर्मी मुठभेड़ में शहीद
शहीद कैप्टन बृजेश थापा 5 साल पहले सेना में हुए थे शामिल
तुफान मेल न्यूज, जम्मू- कश्मीर।
जम्मू एवं कश्मीर के डोडा में मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन बृजेश थापा के पिता कर्नल भुवनेश थापा (सेवानिवृत्त) ने अपने बेटे को याद करते हुए कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि उनके बेटे ने देश और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए कुछ किया है। पिता कर्नल भुवनेश थापा (सेवानिवृत्त) ने मंगलवार को कहा कि सरकार आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
कैप्टन बृजेश थापा के पिता ने कहा, “जब मुझे बताया गया कि वह अब नहीं रहे तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। वह बचपन से ही भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था। वह मेरी तरह ही सेना की पोशाक पहनकर घूमता था।” इंजीनियरिंग करने के बाद भी वह सेना में जाना चाहता था। उसने एक बार में ही परीक्षा पास कर ली और सेना में भर्ती हो गया। मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश और देश की सुरक्षा के लिए कुछ किया है। उन्होंने कहा, “दुख की बात केवल यह है कि हम उनसे दोबारा नहीं मिल पाएंगे, अन्यथा मुझे खुशी है कि उन्होंने अपने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।”
कैप्टन थापा की मां नीलिमा थापा ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, जिसने देश के लिए अपना बलिदान दिया। कैप्टन की मां ने बताया, “वह हमारे पास वापस नहीं आएगा। रात 11 बजे हमें खबर मिली। वह बहुत ही अच्छा लड़का था। वह हमेशा से सेना में शामिल होना चाहता था। हम उन्हें बताया करते थे कि सेना में जीवन कठिन है। मुझे अपने बेटे पर बहुत गर्व है जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। सरकार कार्रवाई करेगी। दुर्भाग्य से हमने अपना बेटा खो दिया।”
कैप्टन बृजेश थापा के चाचा योगेश थापा ने केंद्र सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। योगेश थापा ने कहा कि उन्हें जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती। योगेश थापा ने बताया कि कैप्टन बृजेश थापा की कल रात हत्या कर दी गई तथा उनका शव बुधवार तक सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “वह मेरे भाई का बेटा था। वह कल रात डोडा में लड़ाई के दौरान शहीद हो गया। हम उसके शव के आने का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद हम दार्जिलिंग जाएंगे।
उसके माता-पिता दार्जिलिंग में रहते हैं। वह 5 साल पहले सेना में शामिल हुआ था। उसका जन्म और पालन-पोषण सेना के इलाकों में हुआ था। वह अविवाहित था। उसके पिता सेना में कर्नल हैं। हमें उम्मीद है कि कल तक शव सौंप दिया जाएगा।” उन्होंने कहा, “यह कहना आसान है कि उन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया, लेकिन एक परिवार के रूप में हमें जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती।”
मुठभेड़ में अधिकारी समेत 4 सैन्यकर्मी शहीद हुए है
सोमवार शाम को देसा वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। कार्रवाई में शहीद हुए जवानों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है। सोमवार रात को, विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर डोडा में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान चल रहा था। व्हाइट नाइट कोर के अनुसार, आज रात करीब 9 बजे आतंकवादियों से संपर्क स्थापित हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई। मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत 4 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। इस बीच, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर उन्हें डोडा में हुई मुठभेड़ के बारे में जानकारी दी।