तूफान मेल न्यूज,केलांग।
सेवानिवृत्त डीपीआरओ एवं लोक संस्कृति के संरक्षक प्रसिद्ध कलाकार रामदेव कपूर ने एक लुप्त लाहुली गीत की खोज की है। यही नहीं खोज करने के बाद उसे गाया भी है। आप देखिए स्वयं क्या कह रहे हैं रामदेव कपूर लाहौली लोक गीतों में सबसे दुर्लभ गीत शायद भारत की आज़ादी के दशक का गीत लाहौल के पत्तन घाटी स्थित लोक गांव के निवासी स्वर्गीय सोमदेव जी साहनी जो एक प्रतिष्ठित परिवार से सम्बन्ध रखते थे उनके द्वारा रचित यह खूबसूरत रचना जो देश भक्ति से ओतप्रोत है सुश्री मानदासी जी ने अपनी खूबसूरत सुरीली आवाज़ दी थी आकाशवाणी शिमला बजता था आज विलुप्ति के कगार पर है किसी ने सीखने का अधिक प्रयास भी नहीं किया इस लिए इस रचना के लिरिक्स पूर्ण रूप से किसी के पास उपलब्ध नहीं था आदरणीय डाक्टर बी एस रावल के माध्यम से इस गीत के कम्पलीट लिरिक्स मुझे उपलब्ध हुआ और मैंने प्रयास किया कि यह गीत हमारे लोक गीतों के श्रैणी में आ जाए और यही इच्छा श्री सतीश लोप्पा जी की भी थी । आज पूर्ण लिरिक्स सहित वीडियो वाईरल कर रहा हूं और गीत को ध्यान पूर्वक सुनना आभार सहित