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तूफान मेल न्यूज,केलांग।शीत मरुस्थल लाहुल स्पीति में राजनीतिक घटनाक्रम पल पल बदल रहे है। भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उनके इस ऐलान से अब भाजपा खेमे में भी चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। डॉक्टर रामलाल मारकंडा कांग्रेस से भी टिकट का दावा कर रहे थे लेकिन कांग्रेस में देर होने के चलते अब उन्होंने निर्दलीय रूप से ही चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने बताया कि वह 27 अप्रैल से लाहौल में अपने चुनावों का शंखनाद कर प्रचार अभियान भी शुरू कर देंगे। बता दें कि पिछले दो दशकों से राम लाल मार्कंडा भाजपा के साथ थे तथा भाजपा के टिकट पर दो बार चुनाव भी लड़ा। वहीं अब प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस के बागियों की भाजपा में एंटी व लाहुल से भाजपा की ओर से रवि ठाकुर को टिकट थमाए जाने से पूर्व मंत्री डाक्टर राम लाल मार्कंडेय काफी नाराज चल रहे थे। ऐसे में अब उन्होंने खुलेआम निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में भाजपा खेमे में भी उनके चुनाव लड़ने के ऐलान से खलबली मच गई है। बता दें कि 27 अप्रैल को पूर्व मंत्री भाजपा से रूष्ट चल रहे कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक कर डोर टू डोर अपना प्रचार अभियान भी शुरू कर देंगे। मंगलवार को उन्हांेने ऑन लाईन अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की। उसके बाद अपील व लाहुल में भविष्य में करने वाले कामों को लेकर प्रैस में पोस्टर तक छपवाने के आर्डर भी दे दिए गए है। बता दें कि 1998 में डाक्टर राम लाल मार्कंडेय हिमाचल विकास कांग्रेस से चुनाव लड़ा। उसके बाद 2003 में उन्हांेने भाजपा का दामन थाम लिया तथा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन इस चुनाव को वह हार गए। उसके बाद 2007 में उन्होंने फिर से भाजपा से चुनाव लड़ा तथा विधानसभा की दहलीज को पार करने में सफल हुए। उसके बाद 2012 में वह फिर से भाजपा के टिकट के चुनाव हार गए। 2017 में उन्होंने भाजपा से चुनाव लड़ा तथा जयराम सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। उसके बाद 2022 में चुनाव हार गए। लेकिन अब लाहुल में बदले राजनीतिक समीकरण की बजह से अब उन्होंने आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। जिससे कि लाहुल-स्पीति में तिकोना मुकाबला होने से राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बिगड़ गए है। अब लाहुल-स्पीति के विधानसभा उपचुनाव तिकोना मुकाबला होने से और भी ज्यादा रोचक हो गए है।———–