नहीं जुटा पा रहे लोकसभा चुनावों में सामने आने का साहस, बरिष्ठ नेता तक उदासीन
तूफान मेल न्यूज,कुल्लू
लोकसभा चुनावों को लेकर पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है। सभी पार्टियाँ लोकसभा चुनावों के लिए अपने अपने उम्मीदवार तय कर रहीं हैं। ऐसे में बयानबाज़ियों व चुनाव प्रचार का दौर भी शुरू हो चुका है। हिमाचल प्रदेश से मंडी लोकसभा सीट जहां से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षा स्वयं वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं, पुन: सुर्ख़ियों में है। प्रदेश अध्यक्षा पुन: चुनावी मैदान में उतरने से हाथ पीछे खींच चुकी हैं। इतना ही नहीं अन्य बरिष्ठ कांग्रेसी नेता भी मंडी सीट से चुनाव लड़ने की अनिच्छा जता चुके हैं।

बंजार विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र शौरी ने मौजूदा हालातों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि कांग्रेस धरातल पर अपनी स्थिति देखकर व भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की लोकप्रियता देख कर विचलित हो चुकी है। कांग्रेस की आपसी कलह जग ज़ाहिर हो चुकी है। कांग्रेस सरकार में नेताओं की धन व वाहवाही बटोरने की दौड़ देख कर कांग्रेसी कार्यकर्ता हताश हो चुके हैं। कांग्रेस जनता का विश्वास खो चुकी है। यही सब वजह है कि कांग्रेसी नेता लोकसभा चुनावों में उतरने से कतराने लगे हैं। संभवता कांग्रेस लोकसभा चुनावों में अपनी हार मान चुकी है। लोकसभा चुनाव में हिमाचल की जनता कांग्रेस की सरकार को उनकी लचर व्यवस्था का इनाम देगा। भाजपा लोकसभा में एकतरफ़ा जीत की और अग्रसर है।