खुशखबरी;काला मोती खाद सम्पूर्ण कैमिकल फ्री खाद ,फलदार पौधों और सब्जियों के लिए अति उत्तम


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तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। प्रदेश के बागबानों के लिए खुशखबरी है।
हिमाचल एग्रीकल्चर इनपुट और डाक्टर लिन्नफील्ड लेबोरेटरी की काला मोती आर्गेनिक खाद के उपयोग से किसानों और बागवानों को मिल रही है उच्च गुणवत्ता की फसल और खर्चा भी अन्य की अपेक्षा बहुत कम। 300 रूपए प्रति बीघा एकबार आवेदन का खर्च आता है और 30 रुपये प्रति सेब के बड़े पौधे का एक आवेदन का खर्च होता है।
गौर रहे कि काला मोती खाद सम्पूर्ण कैमिकल फ्री खाद है।
काला मोती खाद में पाए जाते हैं 17 तरह के मिनिरल्स, 14 तरह के माईक्रोबस् ,कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, 6 तरह के विटामिन, 2 तरह की प्रूनिश, 6 तरह की सुगर, 21 तरह के अमिनो एसिड, 17 तरह ऑर्गेनिक एसिड, 3 तरह के इनजाईमस्, बायो एन पी के, माइकरोज़ा


● काला मोती एक ऐसा उत्पाद है जो सक्रिय कार्बन प्रौद्योगिकी पर काम करता है उत्कृष्ट पोषक उपयोग दक्षता के साथ काला मोती 84 प्रकार के प्राकृतिक पौधों के घटकों सहित सभी पौधों की सामग्रियों का एक संयोजन है। यह 14 प्रकार के रोगाणुओं की प्रकृति में कार्बनिक है जो सभी प्रकार की बीमारी के इलाज में मदद करता है और पौधों की नई सफेद जड़ों को विकसित करने में मदद मिल सके मिट्टी से पौधों द्वारा खाद्य प्रणाली का बेहतर उत्थान। यह लंबे समय तक धीमी गति से जारी उर्वरक है। यह उत्पाद एमिनो एसिड, ह्यूमिक एसिड, फोलिक एसिड और फुल्विक एसिड से समृद्ध है। मृदा अनुप्रयोग के तहत सभी प्रकार के उर्वरक के साथ संगत इसका एक दानेदार उत्पाद मिट्टी, कार्बन सामग्री, वायु छिद्रण की जल धारण क्षमता में सुधार करने वाले एक जुट के रूप में कार्य करता है।
हिमाचल एग्रीकल्चर इनपुट के प्रबंध निदेशक संजय भारद्वाज ने बताया की इस उत्पाद का उपयोग प्रदेश के बागवानी में अग्रणी फल उत्पादक ज़िलों के प्रगतिशील बागवान उपयोग कर रहे हैं और वेहतरीन परिणाम पा रहे हैं और दूसरी ओर कम लागत के कारण बागवानों का प्रति पौधा खर्च भी बहुत कम आ रहा है वहीं सब्जी उत्पादक किसानों का खर्च मात्र 300 रूपए प्रति बीघा आ रहा है जिससे उनकी इनपुट खर्च पर भारी कमी आई है ।
काला मोती के उपयोग के बाद पैदा हुई फसल की सेल्फ लाइफ अन्य की अपेक्षा वेहतर पाई गई और बाग़वानों को अपनी सेब की फसल के सबसे अधिक दाम भी मिले हैं ।
काला मोती के अलावा हिमाचल एग्रीकल्चर इनपुट किसानों बागवानों को रेजिड्यू फ्री बागवानी कैसे की जाती है की जानकारी उपलब्ध करवाती है और जहर मुक्त उत्पाद भी उपलब्ध करवाती है ।

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