तूफान मेल न यूज,आनी
आनी ब्लॉक की ग्राम पंचायत कमाद के गांव बानिगाड़ में बीती रात तेंदुए ने रिहायशी मकान की छत्त उखाड़ दी और छत्त होते हुए कमरे का फर्श तोड़ कर बकरियों पर हम्मला बोल दिया। जिसमें 20 बकरियों को मार गिराया अन्य को घायल कर दिया इस घर में कुल 38 बकरियां रखी हुई है।इसी मकान में बकरियों का मालिक परिवार अनुप चंद सोया हुआ था। तेंदुए ने जिसमें शावक भी शामिल थे बकरियों को मार गिराया अन्य को बुरी तरह घायल कर दिया है।

दूसरे कमरे में अनुप चंद सोया हुआ था। इस हमले में अनुप् चंद की जान बच गई जबकी सभी तेंदुए छत्त से सलेट तोड़कर अंदर घुसे थे परन्तु आदमी की जान किस्मत से बच गई तेंदुए आदमी पर भी हमला कर सकते थे जबकि इसके साथ घरो में अन्य परिवार भी सोया हुआ था। कुछ बकरियां तेंदुए अपने साथ जंगलो में ले गए रास्ते में कुछ खाए हुए मास के टुकड़े मिले है। इस् घटना को सबसे पहले समाजसेवी सेवानिर्वित शिक्षक पी दूर्वासा शास्त्री देखा और वन विभाग.पशु पालन विभाग को सूचना दी है ।

उसके बाद वन विभाग के सोहन लाल.निहाल चंद तथा पशु पालन विभाग के सुनीता और राधेश्याम बानिगाड़ मौके पर पहुंचे और तेंदुए के हमले से घायल बकरियों का इलाज टांके. इंजेक्शन व पट्टी आदि लगाकर किया गया है। पशु पालन के कर्मचारियों ने जख्मी बकरियों का इलाज कर उनकी जान बचाई । वन विभाग ने मौके पर रिपोर्ट बना दी है।उन्होंने कहा की जिस भेड़ पालक की बकरियां तेंदुये के काल ग्रास व घायल हुई हैं. उन्हें नियामनुसार पुरा मुआवजा दिया जाएगा। तेंदुए के झुंड द्वारा किये गए हमले से बानिगाड़ के लोगों में दहशत फैल गई है।

लोग डरे और सहमे हुए हैं। समाजसेवी पी दूर्वासा ने वन विभाग से मांग की है कि तेंदुए को पकड़ने के लिए जल्द पिंजरा लगाया जाए। अन्यथा तेंदुए रात को फिर से झुंड में आकर गौशाला पर हमला कर सकते हैं। ग्राम पंचायत कमांद के उप प्रधान मुकेश कुमार.पंच बबिता तथा जगमोहन सहित पंचायत प्रतिनिधि मौके पर गए और घटना का जायजा लेकर प्रभावित भेड़ पालक को वन विभाग तथा सरकार की ओर से हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा जताया।