तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। देव समाज के ज्ञाता एवं विद्वान इशरी नंद शर्मा का निधन हो गया है। उनके निधन से देव समाज आहत हुआ है। इशरी नंद शर्मा 52 नाटियों व वाद्य यंत्र धुनों में महारत हासिल किए हुए थे। जिला पुजारी कल्याण संघ के संस्थापक महासचिव रहे हैं और पुजारी कल्याण संघ के गठन में उनकी अहम भूमिका रही है। इसके अलावा पुजारियों को संगठित करने व उनके शिविरों को लगाने में उनका वेहद योगदान रहा है। इशरी नंद शर्मा पहाड़ी व हिंदी भाषा में मंत्रोउचारन करते थे और पहाड़ी भाषा में ही देव पूजा व हवन,विवाह,शादी आदि मंत्रों का ज्ञान रखते थे। इसके अलावा वे लोकसंस्कृति के भी महान ज्ञाता थे। ताल,वाद्ययंत्रों की धुन,फहरावे,वेशभूषा आदि का वेहद ज्ञान रखते थे।

भाषा विभाग द्वारा उन्हें निर्णायक मंडल में हमेशा स्थान दिया जाता था। इसके अलावा वे मंझे हुए कवि व लेखक भी थे। उनका घर जिला कुल्लू की खराहल घाटी के तलाइटी गांव में था। जिला पुजारी कल्याण संघ ने उनकी मौत पर शोक जाहिर करते हुए कहा है कि यह देव समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है और उन्होंने देव समाज के एक बहुत बड़े ज्ञाता को खोया है। जिसकी आपूर्ति करना असंभव है। पुजारी कल्याण संघ के अध्यक्ष धनी राम चौहान ने कहा है कि ईश्वरी शर्मा सामान्य आचरण के थे और पुजारी संघ में बहुत अनुभवी रहे हैं और देव लाइन और देव समाज की के ज्ञान की जननी रहे हैं। देव समाज और पुजारी संघ इस घटना से आहत हैं। इसके अलावा प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। प्रेस क्लब के प्रधान धनेश गौतम ने कहा है कि वे एक महान आत्मा थी। लेखक,कवि,देव समाज के ज्ञाता के अलावा वे कई गुणों के धनी थे। उधर भाषा अधिकारी सुनीला ठाकुर ने भी उनके निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा है कि समाज ने एक महान शख्सियत को खोया है।
उन्होंने भगवान से प्रार्थना की है कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और अपने चरणों में स्थान दें। साथ ही परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।