तूफान मेल न्यूज,कुल्लू।
देवसमागम अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ ऐतिहासिक लाल चंद प्रार्थी कलाकेंद्र में प्रदेश के राज्यपाल महामहिम शिव प्रताप शुक्ल ने किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। इसके साथ ही मेला कमेटी के अध्यक्ष सीपीएस सुंदर ठाकुर द्वारा मुख्यातिथि को कुल्लवी परंपरानुसार शॉल व टोपी पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने कुल्लूवासियों को दशहरा उत्सव की बधाई दी।

उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला इस परंपरा को बखूबी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि कुल्लू की पवित्र धरती पर इस परंपरा का निर्वहन बखूबी हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी सही अर्थ में कुल्लू की भूमि देवभूमि है और सदियों से चली आ रही इस परंपरा को संजोय रखा है। जैसी परंपरा सदियों से चली आ रही वैसी ही आज भी है।

उन्होंने नशा मुक्त हिमाचल पर जोर देते हुए कहा कि हिमाचल तभी नशे से आजाद हो सकता है जब यह शुरुआत घर से शुरू होगी। हर परिवार को अपना घर नशे से मुक्त करना चाहिए तभी हिमाचल नशा मुक्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को भी इसकी ओर कड़े कदम उठाने चाहिए।
वहीं डीसी एवं उपाध्यक्ष कुल्लू आशुतोष गर्ग ने भी दशहरा उत्सव समिति की ओर से कुल्लू वासियों को उत्सव की बधाई दी। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में राज्यपाल का स्वागत किया व दशहरा में आने के लिए आभार प्रकट किया। इसके अलावा उन्होंने दशहरा की रूपरेखा के बारे में बताया।