बाबा को खीर चढ़ाने गए माता-पिता का इंतजार करती रही 14 वर्षीय मासूम,अब उम्र भर रहेगा इंतजार

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तूफान मेल न्यूज, शिमला। कभी-कभी भगवान से विश्वास उठने लगता है। जब भगवान के ही दरबार में मौत का तांडव देखने को मिल जाए तो लगता है कि यह भगवान कितना वेरहम है कि अपनो भगतों की भी रक्षा नहीं कर पाया। खैर होनी के आगे भगवान भी बेबस है यह साबित हो गया है। शिमला के समर हिल स्थित शिव बावड़ी मंदिर में हुई घटना को सभी ने झकझोर कर रख दिया है। सोमवार को शिव मंदिर पर हुए बड़े लैंडस्लाइड में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
इसमें 11 शवों की पहचान हुई है, जबकि एक शव की पहचान नहीं हो सकी है‌। जैसे जैसे शव मिल रहे हैं, वैसे वैसे दिल दहला देने वाली सूचनाएं सामने आ रही हैं। मंगलवार को यहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर मानसी वर्मा की लाश बरामद हुई। उनके पति की भी इस हादसे में मौत हो गई है।


दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। शव का शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया है। जानकारी के अनुसार, मानसी 7 महीने की प्रेग्नेंट थी। सावन का सोमवार होने की वजह से सोमवार खीर चढ़ाने के लिए मंदिर गई थी।
मानसी अपने घर में 14 साल की बेटी के पास मोबाइल छोड़कर यह कहकर गई थी कि वह मंदिर जा रहे हैं और बाबा को खीर चढ़ाकर शीघ्र लौटेंगे लेकिन मासूम बेटी इंतजार ही करती रही और यह इंतजार शायद उम्र भर रहेगा। मासूम बेटी को क्या मालूम था कि उसके माता-पिता और माता के गर्भ में पल रही नन्ही जान से उसकी मुलाकात अब कभी न हो पाएगी। उक्त बेटी के लिए यह पल शायद सदमे बाला है लेकिन हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कम से कम बेटी को इस दुःख की घड़ी में जीने की हिम्मत दें।
हादसे में मानसी का भ्रूण कहीं दूर छिटक गया। अनहोनी में मानसी की दोनों बाजू भी ग़ायब थे‌। वहीं, अभी भी अंदर नौ लोग दबे हुए हैं। इस बात की तस्दीक अंदर फंसे हुए लोगों के रिश्तेदारों और परिजनों ने की है। फिलहाल, तीसरे दिन का रेस्क्यू ऑपरेशन बुधवार को शुरु हो गया है।

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