तूफान मेल न्यूज, कागड़ा।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर थमा नहीं और भारी तबाही से लोगों में भय का माहौल है। वहीं अब इसी त्रासदी के बीच भूकंप के झटकों से जहां लोगों में दहशत हैं। बीच-बीच में लग रहे भूकंप के झटके लोगों को और डरा रहे हैं। जिला कांगड़ा में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3 आंकी गई और इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। लेकिन बार-बार लग रहे भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है।
बता दें हिमाचल भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन चार और पांच में आता है। कांगड़ा, चंबा, लाहौल, कुल्लू और मंडी भूकंप की दृष्टि से सबसे अति संवेदनशील क्षेत्र हैं। कांगड़ा में 4 अप्रैल, 1905 की अल सुबह आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप में 20 हजार से ज्यादा इंसानी जानें चली गई थीं। भूकंप से एक लाख के करीब इमारतें तहस-नहस हो गई थीं, जबकि 53 हजार से ज्यादा मवेशी भी भूकंप की भेंट चढ़ गए थे।