विभिन्न बीमारियों को दूर करता है औषधियों का राजा भांग का पौधा
तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू। सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल में उत्तराखंड की तर्ज पर नशा मुक्त भांग की खेती होगी और हिमाचल की आर्थिकी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भांग का पौधा औषधियों का राजा है और अब इस औषधीय पौधे से विभिन्न प्रकार की दवाइयां बनेगी। उन्होंने कहा कि हेंप फाइबर से प्रदेश उन्नत होगा।

उन्होंने कहा कि भांग का रेशा बहुत मजबूत है और भांग की खेती से हथकरघा व बुनकर के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि आज इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव होगा और हिमाचल नशा मुक्त प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि सेब के साथ इंटर क्रॉप के लिए भी भांग की खेती प्रयोग में लाई जाएगी क्योंकि भांग की जड़ों से नाइट्रोजन जमीन को मिलती है। उन्होंने कहा कि भांग का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर है। इससे केंसर जैसी कई बीमारियों को नष्ट करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि भांग का इस्तेमाल दवाइयों व उद्योग के लिए प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला की मलाणा,पार्वती घाटी आदि क्षेत्रों में उच्चतम क्वालिटी का भांग का पौधा तैयार होता है। इससे बहुत बड़ा फायदा होने बाला है। गौर रहे कि भांग की खेती को लेकर सरकार की कमेटी उत्तराखंड गई थी जहां भांग की खेती वैध है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भांग की खेती से कई फायदे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भांग के बीजों का तेल निकाला जाता है और जो रॉ मटीरियल बच रहा है उसकी चॉकलेट बन रही है।
दवाइयां बनाने की फैक्ट्रियां लगेगी
उन्होंने कहा कि आज से पहले इस तरह की दवाइयां अमेरिका सहित अन्य कई देशों से आती है लेकिन अब कई कंपनियां यहीं अपनी फैक्ट्रियां स्थापित करेगी। इससे अब यहीं पर दवाइयां बननी शुरू हो जाएगी।
भांग से बहुत बड़ा फायदा होने बाला है
सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि भांग की खेती से जहां दवाइयों की मांग पूरी होगी वहीं प्रदेश की आर्थिकी में बहुत बड़ा बदलाब आने बाला है। भांग के रेशों से तरह-तरह के वस्त्र,कास्मेटिक, मकान,ईंटें,पेवर टाइलें, व खाने-पीने की कई वस्तुएं बनने जा रही है।
भांग का पौधा उगाना अवैध नहीं
उन्होंने कहा कि भांग का पौधा उगाना अवैध नहीं है और न ही भांग का बीज अवैध है। अवैध है तो सिर्फ भांग के पौधे से चरस निकालना। अब नशा मुक्त पौधा तैयार किया जाएगा और हमारे नोजवान भी जेल नहीं जाएंगे।