बिंदल को भ्रष्टाचार मामले में नाम आने से छोड़ना पड़ा था पद,अब फिर मिली कमान


Deprecated: Creation of dynamic property Sassy_Social_Share_Public::$logo_color is deprecated in /home2/tufanj3b/public_html/wp-content/plugins/sassy-social-share/public/class-sassy-social-share-public.php on line 477
Spread the love


तूफान मेल न्यूज डेस्क।
डॉक्टर राजीव विंदल को भ्रष्टाचार मामले में फंसने के कारण अपना प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष पद मात्र चार महीने में छोड़ना पड़ा था। लेकिन अब फिर से भाजपा हाईकमान ने डाक्टर विंदल पर विश्वास करते हुए प्रदेश की कमान सौंपी है। वे जयराम सरकार में विधानसभा अध्यक्ष थे लेकिन यह पद छोड़कर वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बन गए थे लेकिन उन पर भ्रष्टाचार के आरोप पार्टी के भीतर ही लगे थे और उन्होंने हटाए जाने से पहले ही अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। अब अचानक सुरेश कश्यप की जगह उन्हें फिर से प्रदेश की कमान संभाली गई है।
स्वास्थ्य विभाग में उपकरणों की कथित खरीद घोटाले में नाम आने पर बिंदल ने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले बिंदल को जनवरी 2020 में प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा गया था और चार महीने बाद ही वे आउट हो गए थे।

विंदल का राजनीतिक कैरियर

राजीव बिंदल का जन्म 1955 में सोलन जिले में हुआ। उन्होंने पहली बार 1995 में राजनीति में प्रवेश किया। 2000 में सोलन से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 2003 और 2007 में लगातार चुनाव जीतकर तीसरी बार विधानसभा पहुंचे। धूमल सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री बने।
2012 में सोलन विधानसभा क्षेत्र आरक्षित कर दिया गया। उसके बाद बिंदल ने सिरमौर जिले के नाहन से चुनाव लड़ा और विधानसभा पहुंचे। 2017 में वह नाहन से दोबारा चुनाव जीते। नाहन से ही साल 2017 में बिंदल 5वीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। 2017 में ही उन्हें हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन 2022 के विस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और अब कुछ समय बाद उनके हाथ में प्रदेश भाजपा की कमान फिर आ गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!