तूफान मेल न्यूज ,पतलीकूहल।
जिला कुल्लू की ज़िंदौड़ पंचायत में बाघ के आतंक से ग्रामीण सहमे हुए हैं । बाघ अब तक एक घोड़े सहित अनेक भेड़ बकरियों व कुतों को अपना शिकार बना चुका है ।
बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं । ग्राम पंचायत प्रधान हीरा लाल ठाकुर ने सरकार व प्रशासन से पुख्ता कदम उठाने की मांग की है ।
बाघ ने घोड़े को बनाया शिकार

प्रधान से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कल ग्राम पंचायत ज़िंदौड के नांगचा गाँव में बाघ ने प्रेम चंद ठाकुर के घोड़े को लगभग 5 बजे अपना शिकार बनाया । लगातार हो रही घटनाएं ।उन्होंने बताया ग्राम पंचायत ज़िंदौड में बाघ द्वारा की गई यह कोई पहली घटना नहीं है । इस वर्ष ग्राम पंचायत ज़िंदौड में बाघ ने लगभग 8 से 10 भेड़ -बकरियाँ , 5 से 7 कुत्तों को अपना शिकार बनाया है ।वन विभाग के प्रयास नाकाफी उन्होंने बताया बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा एक पिंजरा लगाया गया है । लेकिन हमें केवल पिंजरे पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए । बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग को कोई और तरीक़ा अपनाना पड़ेगा ताकि स्थानीय जनता को आने वाले समय में और नुक़सान ना झेलना पड़े ।मास्टर प्लान तैयार करे विभागग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि बाघ की इस समस्या के समाधान के लिए शीघ्र अति शीघ्र कोई ऐसा मास्टर प्लान तैयार करें जिससे आने वाले समय में किसी बड़े हादसे से बचा जा सकता है ।
ग्रामीणों को मिले मुआवजा
ग्रामीणों को इस वर्ष काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है । रात के समय घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है । ग्राम पंचायत प्रधान हीरा लाल ठाकुर ने मांग की है कि जिनका भी नुकसान हुआ है उन्हे जल्द मुआवजा दिया जाए व वन विभाग द्वारा बाघ को पकड़ने के लिए ठोस रणनीति तैयार की जाए ।