खबर का असर

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अब कल नहीं 3 अप्रैल को खाली होगी भुंतर की झुग्गी बस्ती

-10वीं की छात्रा ने लगाई थी गुहार पेपर खत्म होने तक दी जाए मोहल्लत
तूफान मेल न्यूज, कुल्लू। सात मार्च को तूफान मेल न्यूज में छपी खबर का असर हो गया है। भुंतर झुग्गी बस्ती बालों व स्कूली बच्चों ने गुहार लगाई थी कि उनके पेपर खत्म होने तक उन्हें वहां रहने दिया जाए और इसके बाद वे जगह खाली करने को तैयार है। लिहाजा एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने उनकी गुहार पर मोहर लगा दी है और अब 10 मार्च के बजाए 3 अप्रैल तक उन्हें मोहल्लत दी गई है। एसडीएम विकास शुक्ला ने आज कहा है कि वहां के लोगों,बच्चों व स्थानीय निकायों के आग्रह पर यह फैसला बदला है। उन्होंने कहा कि अब वहां के लोगों ने कहा है कि वे स्वयं जगह खाली करेंगे। गौर रहे कि जिला प्रशासन द्वारा भुंतर ब्यास नदी किनारे बसे प्रवासियों को जगह खाली करने का नोटिस जारी किया था और 9 मार्च तक खाली करने को कहा था और 10 मार्च को दलबल के साथ बुल्डोजर चलना था।


इसके उपरांत प्रवासी यहां से जाने को तैयार है। लेकिन प्रवासी सरकार व जिला प्रशासन से स्कूली बच्चों के पेपर होने तक समय मांग रहे थे । वहीं इनके 8वीं व 10वीं पढ़ने वाले बच्चों का कहना है कि 22 मार्च को हमारे पेपर समाप्त हो जाएंगे। प्रवासियों के छोटी कक्षा से लेकर दसवीं तक के लगभग 35-40 बच्चे स्कूल जाते हैं ।
आठवीं में पढ़ने वाली बिना का कहना था कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करती है तो हमें पेपर होने तक भुंतर में रहने की मोहलत दें, हमारे भविष्य का सवाल है । उन्होंने अपील की थी कि सभी से हमारा निवेदन है कि पेपर होने तक हमारे ऊपर सहानुभूति की दृष्टि डालें । सरकार, प्रशासन व भुंतर की जनता के हम आभारी रहेंगे । बता दें भुंतर में ब्यास नदी के किनारे बसे प्रवासियों को जिला प्रशासन ने हटाने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरु कर दी थी। प्रवासियों ने ब्यास नदी के किनारे अवैध रूप झुग्गी-झोपड़ी बना रखी हैं। भुंतर में लगभग दो -अढ़ाई सौ झुग्गियां हैं। शासन द्वारा पहले भी कई बार प्रवासियों को हटाने की कोशिश हुई, लेकिन प्रवासियों ने कब्जा नहीं छोड़ा। अब प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सभी प्रवासियों को नोटिस देकर जगह खाली करने के लिए कहा था।

भुंतर में जिस जगह पर प्रवासी अवैध बस्ती बनाकर बैठे हैं, वह पार्वती और ब्यास नदी का संगम स्थल हैं।पार्वती और ब्यास नदी का संगम स्थल पर घाटी के देवी-देवता शाही स्नान के लिए आते हैं। मगर प्रवासियों की बस्ती बनने से संगम स्थल पर गंदगी से फैल रही है, यह लोग शौच भी खुले में ही करते हैं जिससे पवित्रता भी असर पड़ रहा है। वहीं स्थानीय जनता ने प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया है।
अब तीन अप्रैल तक दी मोहल्लत : शुक्ला
एसडीएम शुक्ला ने कहा है कि वहां के प्रवासियों,छात्रों,स्थानीय लोगों व नगर पंचायत की गुहार पर अब 10 मार्च के बजाए 3 अप्रैल तक उन्हें जगह खाली करने की मोहल्लत दी गई है। तीन अप्रैल को वे स्वयं जगह खाली करेंगें।


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